एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को 'मातोश्री' जाकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में प्रवेश किया। इसके बाद उनसे कंगना रनौत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इससे पहले ही उन (कंगना) पर जरूरत से ज्यादा बोला जा चुका है, अब बोलने की जरूरत नहीं है। संवाददाताओं से बातचीत में उर्मिला ने कहा कि वह कंगना को बिल्कुल जवाब नहीं देंगी।
उर्मिला ने कहा कि कंगना को लेकर काफी कुछ बोला जा चुका है। अब जरूरत नहीं है। हमारे यहां लोकतंत्र है। कोई किसी की भी आलोचना कर सकता है। बोलने की आजादी हमें हासिल है। यह पूछे जाने पर कि शिवसेना में उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाएगी? उन्होंने कहा कि वह शिवसैनिक हैं जो काम सौंपा जाएगा, उसे करेंगी। अभी मुझे विधान परिषद की सदस्यता नहीं मिली है।
शिवसेना ने उनके नाम की सिफारिश की है। उन पर शिवसेना में प्रवेश के लिए कोई दबाव नहीं बनाया गया था। चूंकि उन्हें काम करना है, इसलिए उन्होंने शिवसेना में प्रवेश किया है। उर्मिला ने कहा कि उन्हें शिवसेना में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री ठाकरे का फोन आया था। उन्होंने काफी सुलझे हुए विचार रखे, जिनसे वह सहमत हुईं। ठाकरे ने उनसे कहा था कि विधान भवन में प्रवेश करने के लिए लोगों को लंबा सफर तय करना पड़ता है। इसलिए मनोनीत सीटों का दर्जा ऊंचा करना जरूरी हो जाता है। ऐसे में उनके जैसे लोगों की जरूरत है।
उर्मिला ने कहा कि उन्हें कितना भी ट्रोल किया जाए, वह पीछे नहीं हटेंगी। वह मराठी लड़की हैं। उनका काम जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि ट्रोलर्स की वजह से देशभर में विद्वेष का माहौल तैयार हो गया है। बेहद निचले स्तर पर जाकर ट्रोल किया जा रहा है, लेकिन इससे यह भी पता चलता है कि वह सही राह पर आगे बढ़ रही हैं। गौरतलब है कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उर्मिला को मुंबई उत्तर से टिकट दिया था। उन्होंने डटकर मुकाबला किया, लेकिन भाजपा उम्मीदवार गोपाल शेट्टी से हार गई थीं। चुनाव के बाद उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके लिए समुचित कार्य नहीं किया। बाद के दिनों में उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।