दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की निधन की खबरों से पूरा देश शोक में है। 15 साल दिल्ली का चेहरा रहीं कांग्रेस की दिग्गज नेता का लम्बी बिमारी के बाद निधन हो गया है। उनके निधन पर अक्षय कुमार ने भी अपना शोक प्रकट किया है।
विवेक ओबेरॉय ने शीला दीक्षित की मोत पर ट्वीट करके शोक जताया है। विवेक ओबेरॉय ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'कांग्रेस के कुछ महान नेताओं में से एक, जिनका दिल्ली के लिए योगदान खास है, शीला दीक्षित की मौत की खबर सुनकर दुखी हूं। संदीप दीक्षित के साथ और उनकी पूरी फैमिली के लिए प्रार्थना करता हूं।'
एक्ट्रेस और कांग्रेस नेता उर्मिला मातोड़कर भी शीला दीक्षित के लिए ट्वीट किया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'आपकी आत्मा को शांति मिले। आप हमेशा से अपनी दृढ़ संकल्प, दयालु व्यक्तित्व, और दिल्ली और भी खूबसूरत बनाने के लिए जानी जाएंगी।'
शीला दीक्षित की मौत पर एक्ट्रेस रवीना टंडन भी भावुक हो गईं। अपने सोशल मीडिया पर रवीना टंडन ने लिखा, 'सम्मान और प्रार्थना, मेरी सद्भावना उनकी फैमिली के साथ है। एक सम्मानजनक सीएम जिनमें बेहद सकारात्मकता थी। अपने समय में दिल्ली का कायाकल्प करने वाली शीला दीक्षित की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं, ओम शांति।'
वहीं अक्षय कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'शील दीक्षित की निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं। अपने समय में शीला दीक्षित ने प्रभावी तरीके से दिल्ली का चेहरा बदल दिया। दिल से दुखी हूं उनके परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं।'
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और गांधी परिवार की करीबी रहीं शीला दीक्षित की दिल्ली में मृत्यु हो गई है। बीते काफी दिनों से वो बीमार चल रही थीं।आज सुबह दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती करवाया गया। उन्हें उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
वहीं शीला दीक्षित के निधन पर मनोज तिवारी ने भी अपना दुख जताया है। उन्होंने मीडिया से कहा कि एक्टर उनके खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन उन्होंने एक बार भी उनके बारे में गलत बयान नहीं दिया। बता दें कि चुनाव जीतने के बाद मनोज तिवारी ने शीला दीक्षित से मुलाक़ात भी की थी।
एक्टर और प्रोड्यूसर कमाल आर खान ने भी शोक जताया।
शीला दीक्षित फिलहाल दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष थीं और उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। शीला दीक्षित साल 1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। उनके नेतृत्व में लगातार तीन बार कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनाई।
वह सबसे लंबे समय (15 साल) तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। कांग्रेस की कद्दावर नेता रहीं शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिल दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की।