नई दिल्ली, 2 सितंबर: बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर देश में चल रहे किसी भी मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखती हैं। इसके लिए वो सोशल मीडिया पर कई बार ट्रोल भी होती हैं। उन्होंने इस बार हालिया भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले को लेकर चल रहे मुद्दे पर बिना नाम लिए इशारों में मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। पहले उन्होंने ट्वीट किया था और अब उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इस पर अपनी राय रखी है।
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए स्वरा ने कहा-'इस देश में महात्मा गांधी जैसे महान शख्सियत की हत्या हुई, उस वक्त भी कई ऐसे लोग थे जो उनकी हत्या का जश्न मना रहे थे। आज वो सत्ता में हैं, उन सबको जेल में डाल देना चाहिए? नहीं ना...इसका जवाब है नहीं।'
स्वरा के इस बयान को सोशल मीडिया पर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है। ट्विटर पर शेख वसीम लिखते हैं- 'कम से कम स्वरा भास्कर में सच बोलने की हिम्मत तो है। वो बाकी सेलिब्रेटियों की तरह नहीं है।'
शुभम त्रिपाठी नाम के एक शख्स ने लिखा है- 'स्वरा भास्कर आपको इतिहास की जानकारी नहीं तो प्लीज अपनी जानकारी बढ़ाएं। हमेशा की तरह राजनीति में घुसने का मत सोचो। फ्री की पब्लिसिटी से आप बड़ी स्टार नहीं बन सकती हैं।'
कुलदीप स्वरा के बयान पर पलटवार करते लिखते हैं- 'इस देश में हज़ारों सिखों का कत्लेआम हुआ और कुछ लोग उनके मारे जाने का जश्न मना रहे थे। राजीव गांधी उस वक्त वो लोग सत्ता में थे, तो आज उन सबको डाल देना चाहिए जेल में, हां न... बिल्कुल हां...'
के सिंह लिखते हैं- ' प्लेकार्ड एक्टिविस्ट स्वरा भास्कर, जो आज सत्ता में है वो तब पैदा नहीं हुए थे जब गांधी को मारा, लेकिन तुम्हारे पसंदीदा लल्लू पप्पू की कम्पनी कांग्रेस जब सत्ता में थी उन्होंने हज़ारों सिखों को मारा और जश्न भी मनाया, उसके विधवा विलाप के पैसे नहीं मिले?'
स्वरा का विरोध रहे पत्रकार अशोक पंडित के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए मोहसिन नाम के एक यूजर ने लिखा है- 'स्वरा के पास हिम्मत है कि वो मुद्दों पर बात करती हैं। वो तुम्हारे और देश की बाकी मर्दों की तरह तो नहीं है।'
गौरतलब है कि इस साल जनवरी में भीमा-कोरेगांव में वार्षिक जश्न के मौके पर जमकर हिंसा हुई थी। ऐसी मान्यता है कि भीमा नदी पर बसे कोरेगांव में अंग्रेजों ओर पेशवा मराठा के बीच हुई लड़ाई में मराठाओं की हार हुई थी। लेकिन इसमें दलितों के योगदान को लेकर वहां हर साल जश्न मनाया जाता है। इस साल हुए हिंसा के बाद मामले में 28 अगस्त को पुणे पुलिस ने अलग-अलग जगहों से पांच सोशल एक्टिविस्ट गौतम नवलखा, अरुण परेरिया, वरनन गोनसॉल्विस, वरवर राव और सुधा भारद्वाज को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से मामला फिर चर्चा में है।
स्वरा इस पर लगातार सक्रिय हैं। वह सोशल मीडिया में बिना नाम लिए लोगों के ट्वीट को रीट्वीट कर रही हैं और इशारों में मोदी सरकार पर हमला बोल रही हैं। फिलहाल इन पांचों सोशल एक्टिविस्टों को सु्प्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 6 सितंबर तक नरजबंद रखा गया है।