नई दिल्ली, 19 जून: बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर से जूझ रहे हैं वो इन दिनों अपना ईलाज लन्दन में करवा रहे हैं। इतनी गंभीर बीमारी दौरान भी उनका जस्बा कम नहीं हुआ है वह अपनी अपकमिंग फिल्म 'कारवां' की शूटिंग कर रहे हैं । इस फिल्म में उनके साथ दलकर सलमान और कृति खरबंदा नजर आएंगी।
हाल ही में इरफान ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से अपने मन की बात शेयर किए। जो भावुक करने वाला है। इस लैटर में उन्होंने अपने इस संघर्ष को बयां किया।
कुछ महीने पहले अचानक मुझे पता चला कि मैं न्यूरोएन्डोक्राइन कैंसर से ग्रस्त हूं। मैंने यह शब्द पहली बार सुना था। मैंने इसके बारे में सर्च किया जिसके बाद मुझे मालूम चला कि इस पर ज्यादा शोध नहीं हुआ है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी भी मौजूद नहीं थी।
यह एक दुर्लभ शारीरिक अवस्था का नाम है और इस वजह से इसके उपचार की अनिश्चितता ज्यादा है। अभी तक मैं तेज रफ्तार वाली ट्रेन में सफर कर रहा था। मेरे कुछ सपने थे, कुछ योजनाएं थीं, कुछ इच्छाएं थीं, कोई लक्ष्य था।
फिर किसी ने मुझे हिलाकर जगा दिया, पीछे मुड़कर देखा तो वो टीसी था। उसने कहा आपका स्टेशन आ गया है। कृप्या नीचे उतर जाइए। मैं कंफ्यूज था। मैंने कहा- नहीं नहीं अभी मेरी मंजिल नहीं आई है, मेरा स्टेशन नहीं आया है। उसने कहा- नहीं आपको अगले किसी भी स्टॉप पर उतरना होगा।
इस डर और दर्द के बीच मैं अपने बेटे से कहता हूं, 'मैं किसी भी हालत में ठीक होना चाहता हूं। मुझे अपने पैरों पर वापस खड़े होना है। कुछ हफ्तों के बाद मैं एक अस्पताल में भर्ती हो गया। बेइंतहा दर्द हो रहा है।'
मैं जिस अस्पताल में भर्ती हूं, उसमें बालकनी भी है। हॉस्पिटल के बाहर लॉर्ड्स स्टेडियम है जो कि मेरे बेटे के सपनों का मक्का है। वहां विवियन रिचर्ड्स का मुस्कुराता पोस्टर है। कोमा वार्ड ठीक मेरे ऊपर है।
इस सफर में सारी दुनिया के लोग.. सभी मेरे सेहतमंद होने की दुआ कर रहे हैं, प्रार्थना कर रहे हैं, मैं जिन्हें जानता हूं और जिन्हें नहीं जानता हूं, वे सभी मेरे लिए प्रार्थना कर रहे हैं। ये सब दुआएं मिलकर एक हो गई हैं और असर दिखना शुरू हो गया है।