शोभना जैन का ब्लॉग: सचमुच पाक देगा जाधव को पूर्ण राजनयिक पहुंच?
By शोभना जैन | Published: August 3, 2019 05:45 AM2019-08-03T05:45:57+5:302019-08-03T05:45:57+5:30
दरअसल पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड के चलते इस बहुचर्चित मुलाकात के ‘भय मुक्त माहौल’ में होने को लेकर सवाल उठ खड़े होना लाजमी है. सवालों का दायरा घना है.. क्या यह मुलाकात ऐसे खुले माहौल में हो सकेगी, जहां जाधव खुल कर अपनी बात भारतीय अधिकारियों के साथ कह सकेंगे...
अब जबकि यह खबर आई है कि पाकिस्तान ने अपनी जेल में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय आईसीजे के फैसले के लगभग दो हफ्ते बाद राजनयिक पहुंच ‘कॉन्स्युलर एक्सेस’ देने की आखिरकार मंजूरी दे दी है, लेकिन जिस तरह से इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान द्वारा लगाई गई ‘शर्तो’ की खबरें आ रही हैं, उनके चलते भारत ने पाकिस्तान से साफतौर पर कहा है कि वह जाधव को बेरोकटोक ‘कॉन्स्युलर एक्सेस’ उपलब्ध कराए. यह राजनयिक पहुंच ऐसी हो जो कि भयमुक्त और डराने धमकाने व बदले की किसी कार्रवाई वाले माहौल से मुक्त हो.
दरअसल पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड के चलते इस बहुचर्चित मुलाकात के ‘भय मुक्त माहौल’ में होने को लेकर सवाल उठ खड़े होना लाजमी है. सवालों का दायरा घना है.. क्या यह मुलाकात ऐसे खुले माहौल में हो सकेगी, जहां जाधव खुल कर अपनी बात भारतीय अधिकारियों के साथ कह सकेंगे, उन्हें बता सकेंगे कि तीन मार्च 2016 को जब पाकिस्तान ने उन्हें ईरान से अपहृत कर अपनी कालकोठरी में झोंक दिया था, तब उन पर क्या-क्या बीती? क्या भारतीय अधिकारियों के साथ मुलाकात के वक्त दोनों के बीच कोई शीशे की दीवार होगी? बातचीत सीधे, आमने सामने होगी कि पाकिस्तानी अधिकारियों की बाज निगाहों के बीच साउंड रिकॉर्डर, सीसीटीवी के जरिये? पाकिस्तान के गुप्तचर अधिकारी तो वहां मौजूद नहीं होंगे, जैसी आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं.
पाकिस्तान की मंशा भांपते हुए और खास तौर पर दो वर्ष पूर्व जाधव की मां और पत्नी से पाकिस्तानी अधिकारियों की कठोर पहरेदारी में हुई तथाकथित मुलाकात के बाद, जिसमें भय का माहौल और जाधव पर दबाव साफ तौर पर दिखाई दे रहा था, भारत ने भयमुक्त माहौल में जाधव को ‘राजनयिक पहुंच’ देने पर जोर दिया है. पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस तरह की ‘शर्तो’ की जो खबरें आ रही हैं, उससे मुलाकात के ‘भयमुक्त खुली मुलाकात’ होने को लेकर सवाल उठेंगे ही. आईसीजे के आदेश में किस तरह से मुलाकात करवाई जाएगी, इसको लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. खास तौर पर पाकिस्तान की इस आधिकारिक टिप्पणी के बाद कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले पर अमल करते हुए पाकिस्तान ने जाधव को पाकिस्तानी कानूनों के अनुसार राजनयिक पहुंच देने पर सहमति व्यक्त की है, पाकिस्तान की इस व्याख्या के मद्देनजर भारत की तमाम चिंताएं उठना स्वाभाविक है. यही सब भांपते हुए भारत ने साफ तौर पर पिछले हफ्ते भी कहा था कि जाधव को पूर्ण कॉन्स्युलर एक्सेस मिले.
पाकिस्तान ने शुक्र वार को दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे इस मुलाकात का प्रस्तावित समय भेजा था. भारत की चिंताओं पर पाक के जवाब के बाद अब मुलाकात तय होगी.