बिहारः उपमुख्यमंत्री तेजस्वी जी क्या चल रहा है!, स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल, यूरिन बैग की जगह लगा दी कोल्ड ड्रिंक बोतल, गई जान
By एस पी सिन्हा | Updated: August 9, 2023 19:03 IST2023-08-09T17:37:25+5:302023-08-09T19:03:46+5:30
बिहार के जमुई जिले से सामने आया है, जहां सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में यूरिन बैग की जगह एक मरीज को कर्मचारी ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगा दी। इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई।

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पटनाः बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा नीतीश सरकार के द्वारा लगातार किया जाता है। यहां तक को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव औचक निरीक्षण करते रहते हैं। यही नहीं विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के द्वारा काफी दावा किया जाता है।
लेकिन इस बीच विभाग की स्थिति कितनी बदतर है, इसका जीता जागता उदाहरण जमुई जिले से सामने आया है, जहां सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में यूरिन बैग की जगह एक मरीज को कर्मचारी ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगा दी। बुधवार को इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई।
अधिकारियों का कहना है कि एक महीने से अस्पताल में यूरिन बैग का स्टॉक खत्म था। मरीज रेलवे ट्रैक पर घायल हालत में मिला था। वो उठ नहीं पा रहा था, इसलिए हमने यूरिन बैग लगाने को कहा था, लेकिन ये नहीं पता था कि कर्मचारी कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगा देंगे। तस्वीर में साफ दिख रहा है कि इमरजेंसी वार्ड के बेड पर एक मरीज लेटा है जिसे यूरीन बैग की जगह प्लास्टिक की बोतल लगी है।
जानकारी के अनुसार, बीते सोमावर की रात झाझा रेल पुलिस अज्ञात घायल शख्स को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। उसे यूरिन बैग लगाने और कंवर्सन कंट्रोल करने के लिए इप्सोलिन इंजेक्शन के साथ गैस की सुई देने के लिए चिकित्सक ने स्वास्थ्यकर्मियों को कहा। लेकिन ये सारी दवाइयां इमरजेंसी के स्टॉक में उपलब्ध नहीं थी।
नतीजतन स्वास्थ्यकर्मी ने यूरिन बैग की जगह कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतल को लगा दिया, साथ ही इप्सोलिन इंजेक्शन और गैस की सुई नहीं दी गई। जिस वजह से रात भर मरीज बेड पर ही बेहोशी अवस्था में छटपटाता रहा। इस मामले में अस्पताल के प्रबंधक रमेश पांडेय ने बताया कि जब उनके संज्ञान में यह मामला आया तो बाद बोतल को हटा कर यूरिन बैग लगा दिया गया था।
मैनेजर के अनुसार, जब मरीज अस्पताल आया था तब इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्टोर के कर्मी तबीयत बिगड़ने के बाद चली गई थी। जिस कारण उस वक्त मरीज को दवाइयां और यूरिन बैग नहीं मिल सका था। मरीज को इलाज करने के लिए मौजूद स्वास्थ्यकर्मी ने बोतल लगा दिया था। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

