Bihar Politics News: इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध की गूंज आज बिहार विधानसभा में भी सुनाई पड़ी। यही नही इस मुद्दे पर महागठबंधन के घटक दलों के नेता ही आपस में ही उलझ गए। भाकपा-माले के विधायकों ने विधानसभा में इजरायल के हमले में फिलीस्तीन में मारे जा रहे लोगों के लिए शोक प्रस्ताव की मांग पूरी नहीं होने पर शोर-शराबा किया।
तो भाजपा के साथ ही जदयू के विधायक भी आग-बबूला हो गए। जदयू ने कहा कि हमास का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस चलाया जाना चाहिए। जदयू विधायक डा. संजीव सिंह ने कहा कि जिस तरह से हमास ने इजरायल में हमला करके महिलाओं एवं बच्चों को निशाना बनाया, वैसे में उस हमास के लिए किसी तरह की हमदर्दी दिखाना आतंकी संगठन को समर्थन देने जैसा है।
ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अगर हमास से उतनी ही हमदर्दी है तो हम लोग उन्हें एयर का टिकट कटाकर गाजापट्टी भेजने के लिए तैयार हैं। उन्होंने सदन के भीतर माले की इस करतूत पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि ये अत्यंत दुखद है इससे दुखद कुछ और नहीं हो सकता है। जब उनसे यह पूछा गया कि वे अपने सहयोगी माले पर सवाल उठा रहे हैं।
तो उन्होंने कहा कि सहयोगी अगर गलत करेंगे तो क्या होगा? अगर एक ऊंगली सड़ जाए तो उसे काट देना चाहिए नहीं तो उसका विष पूरे शरीर में फैल जाता है। ऐसे विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो आतंकवादी संगठन को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोग अपनी जिम्मेवारी को भूल गए हैं।
जब विधानसभा में जाएंगे तो क्षेत्र की जनता कहेगी कि हमास को बुलाइए चुनाव प्रचार के लिए, तब ये लोग क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग आतंकवादी विचारधारा के लोग हैं जो आतंकवादियों का साथ दे रहे हैं। जनता इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और वोट लेने जाएंगे तब पता चलेगा कि ये लोग कैसी बात कर रहे हैं?
वहीं, राजद विधायक ऋषि सिंह ने वामदलों की मांग पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सदन में दिवगंत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जा रही थी। यह समय सही नहीं था कि हमास को लेकर इस तरह से हंगामा करने का। वामदलों के विधायक इस पर चर्चा कराना चाहते थे तो पहले से इसको लेकर बैठक करनी चाहिए थी।
न की इस तरह से हंगामा करना चाहिए था। इसे कहीं से भी सही नहीं कहा जाएगा। उधर, भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने हमास को आतंकी संगठन मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अभी तक हमास को आतंकी संगठन घोषित नहीं किया है।
इसलिए हम आतंकी सगठन कैसे मानें? इजरायल लगातार फिलिस्तीन में हमला कर रहा है, जिससे हजारों लोगों की जान गई हैं। वहीं विधानसभा में इस वाकये के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माले के विधायकों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली।