पीवी सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 38 मिनट तक चले मुकाबले में 21-7, 21-7 से मात देकर खिताब अपने नाम कर लिया है। सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को पहला गोल्ड दिलाया है।
सिंधु ने इसके साथ ही दो साल पहले इस टूर्नामेंट के फाइनल में ओकुहारा से मिली हार का बदला भी ले लिया। विश्व चैम्पियनशिप में सिंधू का यह पांचवां पदक है। पदकों की संख्या के मामले में सिंधू ने चीन की पूर्व ओलंपिक चैम्पियन झांग निंग की रिकार्ड की बराबरी की। सिंधु ने दो कांस्य पदक के साथ टूर्नामेंट के पिछले दो सत्र में दो रजत पदक भी हासिल किया है।
ओलंपिक रजत पदकधारी सिंधु ने सेमीफाइनल मैच में चाइना की Chen Yufei को 21-7, 21-14 से मात देकर भारत के लिए पदक पक्का कर लिया था। सेमीफाइनल मैच के पहले ब्रेक में सिंधु ने 11-3 की बढ़त बनाई हुई थी। चेन का मुश्किल का दौर जारी रहा और वह लाइन से चूकती, जिससे भारतीय खिलाड़ी ने मनमुताबिक अंक हासिल किये। इस तरह पहला गेम आसानी से जीत लिया।
दूसरे गेम में चेन ने हालांकि बेहतर शुरपआत की और दोनों खिलाड़ी 3-3 की बराबरी पर थी, लेकिन चीनी खिलाड़ी की गलतियां जारी रहीं जिससे सिंधू ने बढ़त 10-6 कर ली। सिंधु ने चेन के बैकहैंड की कमजोरी का फायदा उठाया और ब्रेक तक 11-7 से आगे हो ली। भारतीय खिलाड़ी ने रैलियों के दौरान प्रतिद्वंद्वी को जरा भी मौका नहीं दिया और इन प्रयासों का उसे फल मिला। चेन ने कई अनफोर्स्ड गलतियां की और सिंधु ने जल्द ही बढ़त 17-9 कर ली और इसे भी जीत लिया।
सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपना पांचवां मेडल पक्का कर लिया था। इससे पहले लगातार दो बार सिंधु को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था। सिंधु के नाम बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में दो सिल्वर के नाम दो ब्रॉन्ज मेडल भी है।
इससे पहले सिंधु ने महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी चीनी ताइपे की ताई जू यिंग को एक घंटे 10 मिनट तक चले मुकाबले में 12-21, 23-21, 21-19 से पराजित किया।