बाइक या कार खरीदते समय लोग कई बार उसकी कीमत से भी ज्यादा जिस बारे में बात करते हैं वो है उसका माइलेज। हालांकि अब लोग गाड़ी के सेफ्टी फीचर्स पर भी काफी ध्यान देने लगे हैं। लेकिन पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम माइलेज की चिंता को कम नहीं होने देते। यही वजह है कि कार या बाइक खरीदने के दौरान माइलेज की चर्चा जरूर होती है। लेकिन कई बार बेहतरीन माइलेज वाली गाड़ी खरीदने के बाद भी कुछ लोगों उतना बढ़िया माइलेज नहीं मिलता जितना की उसी कार का इस्तेमाल कर रहे दूसरे लोग बेहतरीन माइलेज पाते हैं। तो हम आपको बता रहे हैं जिनको बेहतरीन माइलेज नहीं मिल पाता वो किन बातों का ध्यान रखें तो बढ़िया माइलेज पा सकते है...
पहली बात तो यह ध्यान रखें कि आपका ज्यादातर सफर किस तरह की सड़कों पर होता है। क्योंकि मान लीजिए कि आपके पास एक ही कंपनी एक ही मॉडल वाली दो कार हैं। एक कार से आप सिटी राइडिंग करते हैं और दूसरे से हाइवे राइडिंग तो आपको हाइवे राइडिंग के दौरान बढ़िया माइलेज मिलेगा। 1. प्रदूषण जांच अगर आपकी कार धुंआ ज्यादा छोड़ रही है तो इंजन और प्रदूषण की जांच कराएं। क्योंकि ऐसी दिक्कत ऑक्सिजन सेंसर की वजह से भी हो सकती है। ऑक्सिजन सेंसर चेंज करवाने से 40 फीसदी तक माइलेज बढ़ सकता है।
2. टायरों में रखें सही हवागाड़ी के टायरों में हाव का प्रेशर तय मानक के अनुसार रखें। ट्रैफिक नियमों में भी इस बात पर काफी जोर दिया जाता है। आपको बता दें कि टायर में तय नियम से कम या ज्यादा हवा होने पर चालान भी काटा जा सकता है। लेकिन टायरों में हवा का प्रेशर सही ढंग से रखकर भी आप बेहतर माइलेज पा सकते हैं।
3. इंजन ऑयलकार के बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए इंजन ऑयल एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह इंजन के पार्ट्स को लुब्रीकेटेड रखता है। लेकिन ये इंजन ऑयल अलग-अलग कार के हिसाब से उसी ग्रेड का आता है। इसके लिए यह जरूरी है कि इस बात की पूरी जानकारी लें कि आपकी कार में किस ग्रेड का इंजन ऑयल पड़ता है। गलत ग्रेड का इंजन ऑयल इस्तेमाल करने से माइलेज घटेगा और इंजन के पार्ट्स की लाइफ भी घटेगी।
4. रफ्तार से करें तौबाबहुत कम स्पीड और तेज स्पीड दोनों स्थिति गाड़ी के माइलेज के लिए खराब है। और ये बात दो-पहिया, चार पहिया दोनों तरह के वाहनों के लिए है। आपको दोनों चीजें एक साथ नहीं मिल सकती कि आप गाड़ी भी तेज भगा लें और माइलेज भी बेहतरीन मिल जाए। मिलेगा दोनों में एक ही और चुनना आपको है। गाड़ी को हाइवे पर भी 80 से ज्यादा की स्पीड पर न चलाएं। यह एक आइडियल स्पीड होती है। इतनी स्पीड में कार चलाने पर सबसे बेहतरीन माइलेज मिलेगा। कभी भी गाड़ी की स्पीड को अचानक से तेज और फिर थोड़ी ही देर में धीमा न करें। एक समान स्पीड से गाड़ी चलाने में भी बेहतरीन माइलेज मिलता है।
5. क्लच का रखें ध्यानकार चलाते समय एक गलती कई लोग करते हैं कि क्लच पर पैर रखकर ड्राइव करते हैं। हालांकि कई कारों में पैर को क्लच से हटाकर रखने के लिए एक स्टॉपर बना होता है फिर भी लोग क्लच से पैर हटाकर स्टॉपर रखने की जगह क्लच पर ही रखे रहते हैं।अगर आप क्लच पर पैर रख कर ड्राइव करते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दें। यही वजह है कि कई गाड़ियों का क्लच प्लेट 20-25 हजार किलोमीटर पर ही बदलने की स्थिति में आ जाती है। जबकि सामन्य तौर पर क्लच प्लेट 70-80 हजार किमी की ड्राइविंग के बाद ही बदलने की जरूरत होती है। तो जल्द से अपनी आदत सुधारें। और क्लच को हल्का दबाकर रखने वालों में चार पहिया के साथ ही दो-पहिया वालों की भी काफी संख्या है।
6. सही गियर कारों में गियर लगाते वक्त सही स्पीड पर सही गियर का इस्तेमाल करें। किस स्पीड में कौन सा गियर हो, इसके लिए कार के दी जाने वाली मैनुअल बुक पढ़ें। नई कारों में तो अब इसका इंडीकेटर भी दिया जाने लगा है जो कार की स्पीड के हिसाब से बताता है कि कब आपको गियर अप या डाउन करना है।
7. एसी का सही इस्तेमालकार में एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करते हुए इस बात का ध्यान रखें शीशे खुले होने के दौरान एसी चालू कर न रखें। इसके अलावा एसी का इस्तेमाल करने के दौरान इंजन पर जोर पड़ता है इससे माइलेज में थोड़ा कमी आती है।