वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार। राज्य सभा टीवी के पूर्व कार्यकारी निदेशक। वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज, सीएनईबी, बीएजी फिल्मस, आज तक, नई दुनिया इत्यादि मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रहे।Read More
सरकारी दफ्तरों से ऐसी सूचनाएं नहीं जुटानी चाहिए जिनसे हुकूमत की पेशानी पर बल पड़ते हों. कह सकते हैं ऑस्ट्रेलिया का लोकतंत्न एक ऐसी सुरंग में प्रवेश कर चुका है जिसके दूसरे छोर पर निरंकुशता के पहरेदार तैनात हैं. ...
सालभर मुल्क की हुकूमत करने में इमरान खान की नाकामी को देखते हुए सेना ने यह कदम उठाया है. इमरान की ताजपोशी सेना के इशारे पर ही हुई थी. इमरान इस असलियत को जानते हैं. वे अपनी विफलताओं से भी वाकिफ हैं, इसलिए चुपचाप उन्होंने फौज के आगे हथियार डाल दिए हैं. ...
पिता का संघर्ष नतीजे पर नहीं पहुंच सकता था बशर्ते भारतीय प्रधानमंत्नी इंदिरा गांधी ने समर्थन न दिया होता. शेख साहब और उनके समूचे परिवार को जिस तरह मार डाला गया, ...
हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव में किसकी विजय होगी? यह सवाल महीने भर राजनीतिक पंडितों को व्यस्त रखने का सबब बन सकता है. लेकिन मुद्दा यह नहीं है कि सरकार किसकी बनेगी. सवाल तो यह है कि 2019 का हिंदुस्तान क्या संसार के सबसे प्राचीन और विराट लोकतंत्न का ...
ह्यूस्टन टेक्सास प्रांत का सबसे बड़ा शहर है. यहां रिपब्लिक और डेमोक्रेटिक मतदाताओं की तादाद भरपूर है. अब डोनाल्ड ट्रम्प ने इन मतदाताओं के बीच दूसरे कार्यकाल के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है. वहां के धनाढ्य और उद्योगपति रिपब्लिकन पार्टी को समर्थन ...
ताज्जुब होता है जब लंबा सियासी अनुभव रखने वाले शिखर पुरुष इस तरह का बड़बोलापन दिखाते हैं. इससे प्रेरणा पाकर फौज के आला अफसर भी इसी तरह के बेतुके बयान देने लग जाते हैं. पाकिस्तान के बड़बोलेपन के तो कारण पता हैं, लेकिन जब हम भी वही दोहराते हैं तो अपना ...
तालिबान और अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी से ट्रम्प की बैठक रविवार को प्रस्तावित थी. अचानक बैठक रद्द करने के ऐलान से सभी पक्षों की साल भर की कवायद पर पानी फिर गया है. ...
इमरान खान अब कहते हैं कि पाकिस्तान खुद दहशतगर्दी का मारा है. उसके देश में हजारों निदरेष लोग इसका शिकार हुए हैं. उसने कभी अपनी जमीन का आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया. इमरान के इस झूठ पर कौन यकीन करेगा? ...