अफगानिस्तान: तालिबान की नई सरकार का मुखिया मोहम्मद हसन अखुंद कौन है, जानिए 5 बड़ी बातें
By विनीत कुमार | Updated: September 7, 2021 21:49 IST2021-09-07T21:46:13+5:302021-09-07T21:49:47+5:30
तालिबान ने जिस नए मंत्रिमंडल की घोषणा की है, इसके तहत मुल्ला गनी बरादर को उप प्रधानमंत्री बनाया जाएगा।

मोहम्मद हसन अखुंद तालिबान के नए 'प्रधानमंत्री' (फाइल फोटो)
काबुल: तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने मंत्रिमंडल का ऐलान कर दिया। मुल्ला हसन अखुंद इस सरकार के प्रमुख होंगे। वहीं वैश्विक आतंकियों की लिस्ट में शामिल सिराजुद्दीन हक्कानी को गृहमंत्री बनाया गया है।
अफगानिस्तान के नए पीएम मुल्ला हसन अखुंद कौन हैं?
1. मुल्ला हसन का ताल्लुक कंधार से है। कंधार ही वह जगह है जहां से तालिबान की शुरुआत मानी जाती है। तालिबान के संस्थापक सदस्यों में मुल्ला हसन को गिना जाता है।
2. मुल्ला हसन ने 20 साल तक ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख के तौर पर काम किया है। रहबरी शुरा दरअसल तालिबान के नेतृत्व की एक काउंसिल है और अहम फैसले लेती है।
3. मुल्ला हसन को तालिबान के धार्मिक नेता शेख हेबतुल्लाह का बेहद करीबी माना जाता है।
4. मुल्ला ने 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान की पिछली सरकार के दौरान विदेश मंत्री और उप-प्रधानमंत्री के रूप में भी काम किया था। साथ ही तालिबान के पिछले शासन के अंतिम वर्षों में मुल्ला हसन ने अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर काबुल में तालिबान की सरकार का नेतृत्व किया था।
5. मुल्ला हसन ने ही तालिबान की पिछली सरकार में 2001 में बामियान बुद्ध की मूर्ति तोड़ने की मंजूरी देते हुए इसे धार्मिक कर्तव्य बताया था।
बता दें कि तालिबान ने जिस नए मंत्रिमंडल की घोषणा की है, इसके तहत मुल्ला गनी बरादर को उप प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। बरादर ने अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, जिसके तहत अमेरिका पूरी तरह अफगानिस्तान से बाहर निकल गया था।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए कहा कि यह नियुक्तियां अंतरिम सरकार के लिये की गई हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि मंत्रिमंडल में शामिल लोगों का कार्यकाल कितना लंबा होगा और कैबिनेट में बदलाव के क्या मानदंड होंगे।
(भाषा इनपुट)