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भारतीय छात्रों के लिए तुर्की ने खोले दरवाजे, छात्रवृत्ति की अवधि बढ़ी, इन प्रोग्राम में एनरोलमेंट हुए तो मिलेंगी सुविधा

By आकाश चौरसिया | Updated: May 27, 2024 17:22 IST

मीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में यवुजकैन ने इस बात को रेखांकित करते हुए कहा कि स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वित्तीय मदद के साथ कई तरह के नए अनुभव मिलते हैं।

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ठळक मुद्देतुर्की ने भारतीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की अवधि बढ़ाई साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी छात्र एनरोल होंगे, उन्हें सांस्कृति को भी समझने का मौका देंगेमहावाणिज्यदूत कुनेयट ने कहा कि 2023 में 163 देशों से 117,367 छात्र रजिस्टर्ड हुए

नई दिल्ली: तुर्की में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को अब मिलने वाली छात्रवृत्ति की तारीख में बढ़ोतरी वहां की सरकार में बढ़ोतरी की है। साल 2023 में तुर्की के महावाणिज्यदूत कुनेयट यवुजकैन ने बताया कि 163 देशों से आए 117,367 छात्रों को  तुर्की स्कॉलरशिप के अंतर्गत मुख्य रूप से छात्रवृत्ति करीब का लाभ मिला है।

मीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में यवुजकैन ने इस बात को रेखांकित करते हुए कहा कि स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वित्तीय मदद के साथ कई तरह के नए अनुभव मिलते हैं। उन्होंने भारतीय कॉलेजों के साथ तुर्की के वर्तमान छात्र एक्सचेंज कार्यक्रम और आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस जैसे उभरते क्षेत्रों पर खासतौर से चर्चा की, उन्होंने बताया कि छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए तुर्की आकर्षक गंतव्य बन गया है।

तुर्की के महावाणिज्यदूत ने बताया कि भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह स्कॉलरशिप मशहूर और छात्र इसके तहत अप्लाई करते हैं, इसके कारण लोग छात्र एनरोल होना चाहते हैं, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि तुर्किये छात्रवृत्ति भारतीय छात्रों के लिए आगे भी जारी रहेगी।  

तुर्किये छात्रवृत्ति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छात्रों के बीच उच्च शिक्षा के लिए बेहत सहुलियत भरी है, और इसकी वैल्यू विश्व स्तर पर बनी हुई है। इसी के चलते साल 2023 में करीब 117,367 छात्रों ने 163 देश से रजिस्ट्रेशन किया। 

तुर्की स्कॉलरशिप प्रोग्राम के जरिए छात्रों को वित्तीय मदद दी जाती है, जिसमें तुर्की भाषा में भी कई कोर्स शामिल हैं। तुर्की की मानें तो विदेशी छात्रों को संयुक्त रूप से तुर्की सोसाइटी और संस्कृति, साथ में छात्रों को उनके शैक्षणिक अनुभव इसके जरिए बेहतर कर सकते हैं। यह ऐपलिकेशन ग्रेजुएशन, पीएचडी और पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम के लिए भी है।

हालांकि इस तरह की स्कॉलरशिप साल में एक बार विदेशी छात्रों को दी जाती है। रिसर्च स्कॉलरशिप, अचीवमेंट स्कॉलरशिप और केएटीआईपी जैसे अन्य कार्यक्रमों की आवेदन अवधि अलग-अलग होती है और वेबसाइटों और सोशल मीडिया चैनलों पर इसकी घोषणा की जाती है।

महावाणिज्यदूत कुनेयट यवुजकैन ने आगे बताया कि तुर्की बहुत तेजी से छात्र विनिमय प्रोग्राम के तहत कार्य कर रहा, इसमें अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ ज्वाइंट वेंचर और पार्टनरशिप बरकरार रखने को लेकर तुर्की काम कर रहा है। 

टॅग्स :भारतस्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई)
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