ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की भ्रष्ट देशों की लिस्ट में भारत नीचे फिसला, मोदी राज में कम नहीं हुआ 'भ्रष्टाचार'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: February 23, 2018 08:09 IST2018-02-23T08:00:37+5:302018-02-23T08:09:47+5:30
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की साल 2017 की लिस्ट में भी भारत को कुल 100 में 40 अंक मिले हैं। भारत को साल 2016 में भी इतने ही अंक मिले थे।

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की भ्रष्ट देशों की लिस्ट में भारत नीचे फिसला, मोदी राज में कम नहीं हुआ 'भ्रष्टाचार'
भारत में पिछले साल भ्रष्टाचार में कोई कमी नहीं आई है। दुनिया के प्रमुख देशों को पारदर्शिता के आधार पर रैंकिंग निकालने वाली संस्था ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल ग्लोबल करप्शन पर्सेप्शन इंडेक्स 2017 में भारत को 81वां स्थान मिला है। साल ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की साल 2016 की लिस्ट में भारत का स्थान 79वां था। भारत रैंकिंग में भले ही पिछड़ा है लेकिन उसे संस्था की तरफ से विभिन्न मानकों के आधार पर दिए जाने अधिकतम 100 अंकों में 40 अंक मिले। साल 2016 में भारत को इतने ही अंक मिले थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 100 अंकों में 30 या उससे कम अंक पाने वाले देशों को गंभीर रूप से भ्रष्ट माना जाता है। साल 2017 में समान अंक के बावजूद भारत के रैंकिंग में पिछड़ने की वजह दूसरे देशों का बेहतर प्रदर्शन बताया जा रहा है। भारत की रैंकिंग गिरने की एक वजह साल 2017 की लिस्ट में कुछ नए देशों को पहली बार शामिल किया जाना भी बताया जा रहा है।
ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र के सबसे "बुरे हालात वाला" देश बताया गया है। ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र के सबसे "बुरे हालात वाला" देश बताया गया है। एशिया प्रशांत क्षेत्र में पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं और कानून-व्यवस्था लागू करने वाली संस्थाओं के कर्मचारियों को मिलने वाली धमकी और हत्या के मामले में भारत की "खराब" स्थिति पर प्रतिकूल टिप्पणी की गई है। इस मामले में भारत को फिलीपिंस और मालदीव जैसे देशों के साथ रखा गया है। ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि "ये सभी देश भ्रष्टाचार के मामले में बहुत ऊपर हैं और इनें मीडिया को बहुत कम आजादी है और पत्रकारों की मौत की संख्या ज्यादा है।"
साल 2017 की लिस्ट में पाकिस्तान को 32 अंक, चीन को 41 अंक और रूस को 29 अंक मिले हैं। साल 2017 की लिस्ट में न्यूजीलैंड (89 अंक) और डेनमार्क (88 अंक) दुनिया के सबसे पारदर्शी देश माने गये हैं। सीरिया (14 अंक), सूडान (12 अंक) और सोमालिया (9 अंक) को दुनिया के सबसे भ्रष्ट देश माना गया है। साल 2017 की लिस्ट में पाकिस्तान 32अंकों के साथ 117वां स्थान, बांग्लादेश 28 अंकों के साथ 143वें स्थान, भूटान 67 अंकों के साथ 29वां स्थान, श्रीलंका 38 अंकों के साथ 91वें स्थान, नेपाल 31 अंकों के साथ 122 वें स्थान और म्यांमार 30 अंकों के साथ 130वें स्थान पर रहा।
