नए साल में भी बना हुआ है कोरोना वायरस का खतरा
By भाषा | Updated: January 6, 2021 16:29 IST2021-01-06T16:29:39+5:302021-01-06T16:29:39+5:30

नए साल में भी बना हुआ है कोरोना वायरस का खतरा
(इंट्रो और दूसरे पैरा में सुधार के साथ)
लंदन, छह जनवरी (एपी) विश्व में कई स्थानों पर कोविड-19 के लिए टीकाकरण शुरू होने के बावजूद कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने और उसके नए स्वरूप के फैलने के कारण जनवरी में लोगों की परेशानियां कम होती नहीं दिख रही है। ब्रिटेन से लेकर जापान और अमेरिका के कैलिफोर्निया तक अस्पतालों में मरीज भरे पड़े हैं जबकि कई देशों में फिर से लॉकडाउन लगने से आजीविका का खतरा फिर सामने आ गया है।
इंग्लैंड में लॉकडाउन लगा दिया गया है। मैक्सिको सिटी के अस्पतालों में मरीजों की संख्या पहले से कई अधिक है। जर्मनी में मंगलवार को वायरस से अभी तक के सर्वाधिक लोगों की मौत हुई है। दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह नहीं मिल रही है। महामारी से लड़ने में सफलता पाने वाला थाईलैंड भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है।
साल के अंत में लोगों के छुट्टियों मनाने के कारण कोविड-19 के मामलों में भी बढ़ोतरी आई है। अधिकतर देशों में ब्रिटेन में सामने आए वायरस के नए और ज्यादा संक्रामक स्वरूप (स्ट्रेन) के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता डॉ. मार्गरेट हैरिस ने कहा कि जनवरी ‘‘मुश्किलों भरा रहेगा।’’
वहीं, ब्रिटेन में इस सप्ताह एक दूसरा टीका लगाया गया और कुछ अमेरिकी राज्यों ने दूसरे दौर का टीकाकरण शुरू कर दिया है। वैश्विक स्तर पर टीके की पहुंच बेहद असमान है। आपूर्ति इस वैश्विक महामारी के खात्मे के लिए बहुत कम है, जिससे अभी तक दुनियाभर में 18.5 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महासचिव टेड्रोस अधानोम ने कहा, ‘‘ उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए दो अत्यधिक प्रभावी तथा सुरक्षित टीकों को जारी कर हम संक्रमण को फैलने से रोकने, मामलों को कम करने, स्वास्थ्य प्रणाली को बचाने और लोगों की जिंदगियां बचाने की दौड़ में हैं।
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