नई दिल्ली:बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भारत सरकार पूरी तरह से अलर्ट पर है। इस बीच भारतीय रेलवे की ओर से आदेश जारी कर कह दिया कि कोलकाता-ढाका तक चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस को 19 जुलाई से 6 अगस्त तक रोक दिया गया है। इस बीच नई सरकार के गठन की खबर सामने आ रही है, हालांकि सारा कंट्रोल सेना के हाथों में ही होगा।
सूत्रों की मानें तो नेतृत्व डॉ. सलीमुल्लाह खान और डॉ. आसिफ नजरूल के नेतृत्व में नई सरकार चलने जा रही है। इस अंतरिम सरकार का हिस्सा न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मोहम्मद अब्दुल वहाब मिया, जनरल (सेवानिवृत्त) इकबाल करीम भुइयां, मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद इफ्तिखार उद्दीन, डॉ. देबप्रिया भट्टाचार्य, मतिउर रहमान चौधरी, बिग्रेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन, डॉ. हुसैन जिल्लुर रहमान, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एम ए मतिन होंगे।
गौरतलब है कि इस साल बांग्लादेश में आम चुनाव संपन्न हुए थे, जिसमें शेख हसीना की पार्टी को कुल 224 सीट, मुख्य विपक्षी पार्ची को 11 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 62 सीटें मिली थी। लेकिन, प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने चीन का दौरा किया था, इस दौरान उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति से नहीं हो पाई थी। ऐसे में जो देश के हालात बने हैं, उसमें कहीं न कहीं इसके पीछे चीन का हाथ माना जा रहा है। लोकमत इसकी पुष्टि नहीं करता है क्योंकि मीडिया में आई खबरों के अनुसार चल रही है।