वैज्ञानिकों ने लाल सागर में लावारिस टैंकर से तेल रिसाव के खतरनाक परिणाम को लेकर चेताया
By भाषा | Updated: December 15, 2020 19:16 IST2020-12-15T19:16:25+5:302020-12-15T19:16:25+5:30

वैज्ञानिकों ने लाल सागर में लावारिस टैंकर से तेल रिसाव के खतरनाक परिणाम को लेकर चेताया
न्यूयॉर्क, 15 दिसंबर वैज्ञानिकों ने लाल सागर में एक लावारिस टैंकर से तेल को हटाने का आह्वान किया है। इस टैंकर में करीब दस लाख बैरल तेल है। वर्ष 1989 में एक्सोन वालडेज टैंकर की वजह से बड़े पैमाने पर तेल का रिसाव हुआ था और उसकी तुलना में इस लावारिस टैंकर में चार गुणा ज्यादा तेल है।
शोध पत्रिका ‘फ्रंटियर्स इन मरीन साइंस’ में प्रकाशित विश्लेषण के मुताबिक सेफर नामक टैंकर पिछले कुछ वर्षों से लाल सागर में लावारिस अवस्था में पड़ा हुआ है ।
अमेरिका में स्टोनी ब्रूक विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मरीन एंड एटमॉसफेरिक साइंसेज (एसओएमएएस) में एसोसिएट प्रोफेसर और अध्ययन की सह लेखक केरीन क्लीनहॉस ने कहा, ‘‘जलक्षेत्र में संभावित तबाही और लाल सागर के तट पर बसे छह देशों की लाखों आबादी की रोजी-रोटी और स्वास्थ्य को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सेफर से तेल का रिसाव हुआ तो समुद्र के जरिए यह तेल महासागर में फैल जाएगा। उत्तरी लाल सागर और अकाबा की खाड़ी की प्रवाल भित्तियों को भी भीषण नुकसान पहुंच सकता है।’’
विश्लेषकों ने कहा कि दक्षिणी लाल सागर में यमन तट के पास भित्तियों पर रह रही मछलियां भी क्षेत्र के लोगों का मुख्य आहार है। ऐसे में इसे भी नुकसान पहुंच सकता है।
यह टैंकर 2015 से ही लावारिस पड़ा हुआ है। वैज्ञानिकों ने लगातार आगाह किया है कि इससे होने वाले तेल के रिसाव से पर्यावरण को बड़ा खतरा हो सकता है।
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