रियाद:सऊदी अरब सरकार ने देश में कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए अपने नागरिकों की यात्रा पर एक फैसला लिया है। सरकार ने अपने नागरिकों की यात्रा को लेकर भारत समेत 15 और देशों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ताजा अपडेट के मुताबिक, सऊदी अरब के मूल नागरिक अब भारत के अलावा 15 और देशों की यात्रा नहीं कर पाएंगे। इस ट्रैवल बैन के बारे में सऊदी सरकार के पासपोर्ट महानिदेशालय ने शनिवार को लोगों को सूचना दी है।
जिन देशों के ट्रैवल को बैन किया गया है उन में भारत के अलावा लेबनान, सीरिया, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, यमन, सोमालिया, इथियोपिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लीबिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, आर्मेनिया, बेलारूस और वेनेजुएला शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, सऊदी अरब में अभी मंकीपॉक्स की एक भी केस की पुष्टी नहीं हुई है।
आपको बता दें कि सऊदी अरब सरकार द्वारा यह ट्रैवल बैन उन देशों में यात्रा करने से लागू होता है जो ऊपर दिए गए है। लेकिन इस प्रतिबंध में यह साफ नहीं है कि क्या इससे भारत के लोग भी सऊदी अरब नहीं जा सकते है। खुलासा यह है कि भारत के लोगों के सऊदी अरब के यात्रा के बारे में इस प्रतिबंध में कुछ नहीं कहा गया है।
मंकीपॉक्स पर क्या कहती सऊदी सरकार
सऊदी अरब में स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स पर बोलते हुए कहा कि देश में अभी एक भी ऐसा केस आया हो जिसमें इसकी पुष्टी हुई हो। इस पर बोलते हुए निवारक स्वास्थ्य के लिए उप स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला असिरी ने कहा है हमारे पास इसके मामले को पता लगाने की क्षमता है और इससे निपटने के लिए भी हमारी तैयारी है।
मंकीपॉक्स पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसे अब तक मनुष्यों के बीच संचरण के मामले बहुत कम देखें गए हैं इसलिए इससे होने वाले किसी भी प्रकोप की संभावना बहुत कम है। उनके मुताबिक, मंकीपॉक्स उस देश में भी फैलने की संभावना कम है जहां इसके संक्रमित लोग पाए गए हैं।
मंकीपॉक्स पर डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा
मंकीपॉक्स पर बोलते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि दुनिया के 11 देशों में कुल 80 मंकीपॉक्स के मामले की पुष्टी हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि इसको बेहतर ढंग से समझने के लिए इस काम भी जारी है।
शुक्रवार को अपने दिए गए बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह वायरस कई देशों में कुछ जानवारों में पाए गए है। इस वायरस का असर स्थानीय लोगों के साथ यात्रा करने वाले लोगों में देखा गया है।