लाइव न्यूज़ :

पाकिस्तान में सरबजीत सिंह के हत्यारे आमिर सरफराज की लाहौर में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की

By रुस्तम राणा | Updated: April 14, 2024 18:32 IST

जेल में सरबजीत सिंह पर हमला करने के आरोप में अमीर सरफराज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, हालाँकि, सरफराज को उनके खिलाफ "सबूतों की कमी" का हवाला देते हुए 2018 में एक पाकिस्तानी अदालत ने बरी कर दिया था।

Open in App
ठळक मुद्देसरबजीत सिंह की जेल में हत्या करने वाले पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन की लाहौर में दो अज्ञात लोगों ने हत्या कर दीअमीर सरफराज उर्फ तांबा पर लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हमला कियाइसके बाद गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया

इस्लामाबाद: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की जेल में हत्या करने वाले पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन की रविवार को लाहौर में दो अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। पाकिस्तान के वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन में से एक अमीर सरफराज उर्फ तांबा पर लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हमला किया। सूत्रों ने बताया कि गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।

अमीर सरफराज का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था और वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक का करीबी सहयोगी था। जेल में सरबजीत सिंह पर हमला करने के आरोप में अमीर सरफराज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, हालाँकि, सरफराज को उनके खिलाफ "सबूतों की कमी" का हवाला देते हुए 2018 में एक पाकिस्तानी अदालत ने बरी कर दिया था।

सरबजीत सिंह कौन थे?

पंजाब के निवासी सरबजीत सिंह को जासूसी के आरोप और 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों में कम से कम 14 पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी, इस दावे का उनके परिवार और भारतीय अधिकारियों ने जोरदार खंडन किया था। सरबजीत सिंह के परिवार का दावा है कि वह खेती के दौरान गलती से पाकिस्तान की सीमा पार कर गए थे। 

पाकिस्तानी जेल में दो दशक से अधिक समय बिताने के बाद, सरबजीत सिंह की मई 2013 में मृत्यु हो गई। उन्हें 23 साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया था, इससे पहले कि उन पर कुछ कैदियों ने हमला किया था, जिसमें कथित तौर पर अमीर सरफराज भी शामिल थे। यह हमला भारत में 2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के कुछ दिनों बाद हुआ।

49 वर्षीय व्यक्ति को कैदियों के एक समूह द्वारा सिर पर ईंटों से हमला करने के बाद मस्तिष्क की गंभीर चोटों के कारण लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों बाद, उन्होंने दम तोड़ दिया और उनका शव भारत लाया गया। जेल की सजा के दौरान सरबजीत सिंह की बड़ी बहन दलबीर सिंह ने अपने भाई की रिहाई के लिए अथक प्रयास किया। 2016 में, 'सरबजीत' नामक एक हिंदी फीचर फिल्म रिलीज़ हुई थी, जिसमें अभिनेता रणदीप हुडा और ऐश्वर्या राय बच्चन ने अभिनय किया था। यह फिल्म दलबीर कौर और उनके भाई की रिहाई की मांग पर आधारित थी।

टॅग्स :पाकिस्तानLahoreहत्या
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO

क्राइम अलर्टपति से अलग होकर महिला छात्रावास में रह रही थी पत्नी, मिलने के बहाने से हॉस्टल गया और कहासुनी के बाद दरांती से काटा, शव के साथ सेल्फी ले व्हाट्सएप स्टेटस पर डाला, वीडियो

विश्व अधिक खबरें

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वबैंक्सी की करुणा और बड़ों के युद्ध में फंसे बच्चे