लाइव न्यूज़ :

पेरिस समझौते से अमेरिका के बाहर होने पर संरा और सहयोगियों ने जताया अफसोस

By भाषा | Updated: November 5, 2020 09:48 IST

Open in App

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, पांच नवंबर पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के बाहर निकलने पर संयुक्त राष्ट्र और कुछ सदस्य देशों ने अफसोस जताया है और कहा है कि वे जलवायु के मुद्दे पर कार्रवाई को गति देने के लिए सभी अमेरिकी हितधारकों और विश्व भर में साझेदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अमेरिका चार नवंबर को औपचारिक रूप से ‘जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते 2015’ से हट गया।

संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सचिवालय- ‘यूएनएफसीसीसी’ ने जलवायु के मुद्दे पर कार्रवाई को गति देने के लिए अमेरिका और उसके बाहर मौजूद हितधारकों के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

बुधवार को संयुक्त राष्ट्र ने चिली, फ्रांस, इटली और ब्रिटेन के साथ संयुक्त वक्तव्य जारी कर कहा, “हमें अफसोस है कि आज अमेरिका औपचारिक रूप से पेरिस समझौते से बाहर हो गया।”

पेरिस समझौते के तहत देशों को तापमान में दो डिग्री सेल्सियस से कम वृद्धि रखने और वैश्विक ऊष्मा को 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक न होने देने का संकल्प लेना होता है।

समझौते से अमेरिका के पीछे हटने के बारे में पूछे जाने पर संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफेन दुजारिक ने न्यूयार्क में संवाददाताओं से कहा, “मजबूत और सक्रिय पेरिस समझौते के प्रति हमारा विश्वास और समर्थन दृढ है।”

अगस्त 2017 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समझौते से पीछे हटने के फैसले से संयुक्त राष्ट्र महासचिव को अवगत कराया था।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव, जानें ईंधन पर इसका क्या असर; प्राइस लिस्ट यहां

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

पर्सनल फाइनेंसLIC New Schemes: LIC ने शुरू की 2 नई योजनाएं, पूरे परिवार के लिए मिलेगी ये सुविधा, यहां करें चेक

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका