वॉशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को वॉशिंगटन में अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की और भारत की जी20 अध्यक्षता के प्रमुख परिणामों, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने कहा, "यहां वापस आकर अच्छा लगा। और निस्संदेह, इस गर्मी में हमारे यहाँ प्रधानमंत्री थे। जी20 शिखर सम्मेलन में सहयोग के लिए अमेरिका को धन्यवाद।"
मीडिया को संबोधित करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में जी20 और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर उनकी बहुत अच्छी चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि वह भारतीय समकक्ष के साथ अपनी चर्चा को लेकर उत्सुक हैं। दोनों नेताओं ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। जयशंकर इस समय वाशिंगटन की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं।
एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, "आज विदेश विभाग में अपने मित्र अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मिलकर बहुत अच्छा लगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून यात्रा के बाद व्यापक चर्चा। वैश्विक विकास पर नोट्स का आदान-प्रदान भी किया। बहुत जल्द हमारी 2+2 बैठक की आधारशिला रखी।"
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बैठक के बाद एक बयान में कहा, "सचिव और विदेश मंत्री ने आगामी 2+2 वार्ता से पहले विशेष रूप से रक्षा, अंतरिक्ष और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग के निरंतर महत्व पर जोर दिया।"
जयशंकर ने गुरुवार को घोषणा की कि नई दिल्ली भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के पांचवें संस्करण की मेजबानी करेगी। हालांकि उन्होंने बैठक की तारीखों का खुलासा नहीं किया, लेकिन पता चला है कि मंत्रिस्तरीय वार्ता नवंबर के पहले पखवाड़े में होगी।
इस साल की शुरुआत में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत-कनाडा विवाद के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव के बारे में दोनों पक्ष चुप्पी साधे हुए हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि 18 जून को निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ था। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।
भारत ने कनाडा के आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है।