Russia-Ukraine War: पुतिन और जेलेंस्की कर सकते हैं मुलाकात!, कीव और चेर्नीहीव में सैन्य गतिविधियों में कटौती, नरमी के संकेत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 29, 2022 19:02 IST2022-03-29T18:59:17+5:302022-03-29T19:02:03+5:30
Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच जल्द ही मुलाकात हो सकती है। उन्होंने कहा कि रूसी बल कीव और चेर्नीहीव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करेंगे।

बुधवार को नॉर्वे की संसद को संबोधित करने वाले हैं।
Russia-Ukraine War: रूस के उप रक्षा मंत्री एलेक्जेंडर फोमिन ने मंगलवार को कहा कि युद्ध समाप्त किए जाने के मकसद से जारी वार्ता में “विश्वास बढ़ाने के लिए” मॉस्को ने कीव और चेर्नीहीव के पास अभियान में “मौलिक रूप से कटौती” करने का फैसला किया है।
इस बीच चर्चा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच जल्द ही मुलाकात हो सकती है। उन्होंने कहा कि रूसी बल कीव और चेर्नीहीव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करेंगे।
तुर्की में मंगलवार को रूस और यूक्रेन के वार्ताकारों के बीच हो रही आमने-सामने की बातचीत के दौरान फोमिन का ये बयान सामने आया है। रूस द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर शुरू किए गए हमले के बाद पहली बार है, जब रूस ने कुछ नरमी के संकेत दिए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि दक्षिणी शहर माइकोलीव में क्षेत्रीय सरकार के मुख्यालय पर मिसाइल हमले में सात लोगों की मौत हो गई। जेलेंस्की ने दुभाषिए के जरिए डेनमार्क की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि मंगलवार को रूसी सैनिकों के हमले में 22 लोग घायल हो गए।
स्थानीय गवर्नर विटाइली किम के टेलीग्राम चैनल पर एक वीडियो में दिखा कि हमले से नौ मंजिला इमारत बीच में से नष्ट हो गई। किम ने आरोप लगाया कि रूसी सेना ने हमला करने से पहले इमारत में कर्मचारियों के आने का इंतजार किया और कहा कि वह भाग्यशाली हैं क्योंकि वह वहां नहीं पहुंचे थे।
जेलेंस्की ने हाल के दिनों में अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, जर्मनी, कनाडा, इजराइल, जापान और यूरोपीय संघ सहित कई देशों में सांसदों को संबोधित किया है। वह बुधवार को नॉर्वे की संसद को संबोधित करने वाले हैं। जेलेंस्की ने डेनमार्क की संसद को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जो नृशंसता दिखी थी, उससे भी ज्यादा हिंसा हो रही है।’’