लाइव न्यूज़ :

रूस ने पाकिस्तान के 50,000 AK राइफल्स खरीदने के आग्रह को किया खारिज, भारत को भविष्य के लिए भी किया आश्वस्त

By विकास कुमार | Updated: July 21, 2019 10:34 IST

भारतीय खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान के ऐसे किसी भी हरकत पर करीबी नजर रखती हैं, जब वहां की सरकार द्वारा रूस के साथ नजदीकियां बढ़ाने की कोशिशें होती हैं. अमेरिका से मिलने वाले तमाम सुविधाओं के बंद होने के बाद पाकिस्तान रूस को साधना चाहता है. यूएस ने पाकिस्तान को एफ-16 विमान देने से भी मना कर दिया था.

Open in App
ठळक मुद्देबालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान रूस से नए एयर डिफेंस तकनीक भी हासिल करने की कोशिशों में लगा हुआ है. रूस ने भारत से कहा है कि भविष्य में भी इस तरह की कोई डील इस्लामाबाद के साथ नहीं होगा.

रूस ने पाकिस्तान के 50 हजार एके राइफल्स खरीदने के आग्रह को खारिज कर दिया है और भविष्य में भी किसी भी प्रकार के रक्षा डील नहीं करने को लेकर भारत को आश्वस्त किया है. नई पीढ़ी के कलाशिन्कोव राइफल्स को ही एके राइफल्स कहा जाता है. रूस ने भारत से कहा है कि भविष्य में भी इस तरह की कोई डील इस्लामाबाद के साथ नहीं होगा. 

द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के साथ यह डील पाकिस्तान अपने रक्षा संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए करना चाह रहा था. ऐसा इसलिए भी क्योंकि पाकिस्तानी सेना फिलहाल एके-56 राइफल्स का इस्तेमाल करती है जो चीन द्वारा उत्पादित किया जाता है. 

एके-56 चीनी असाल्ट राइफल्स है जो एके-47 का ही अपग्रेडेड वर्जन है. जम्मू-कश्मीर और पूर्वोतर के आतकवादियों के पास एके-56 हथियार आये दिन बरामद होते रहते हैं. 

भारतीय अधिकारियों के लिए यह एक सरप्राइज मूवमेंट था क्योंकि जब पाकिस्तानी सेना ऐसे राइफल्स का पहले से ही इस्तेमाल कर रही है तो फिर इस डील का मकसद क्या था. 

एयर डिफेंस सिस्टम हासिल करने की ललक 

भारतीय खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान के ऐसे किसी भी हरकत पर करीबी नजर रखती हैं जब वहां की सरकार द्वारा रूस के साथ नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश होती हैं. अमेरिका से मिलने वाले तमाम सुविधाओं के बंद होने के बाद पाकिस्तान रूस को साधना चाहता है. यूएस ने पाकिस्तान को एफ-16 विमान देने से भी मना कर दिया था. 

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान रूस से नए एयर डिफेंस तकनीक भी हासिल करने की कोशिशों में लगा हुआ है. रूस और पाकिस्तान के बीच 2015 में MI-35 अटैकिंग हेलिकॉप्टर की डील हुई थी, जिसकी डिलीवरी पाकिस्तान को की जा चुकी है. 

बढ़ती नजदीकियां 

रूस और पाकिस्तान के बीच 2016 में साझा युद्धाभ्यास भी हुआ था. भारत जब भी अमेरिका और इजराइल के ज्यादा करीब जाता है, पाकिस्तान रूस के साथ अपने संबंधों को लेकर इसे एक अवसर के रूप में लेता है. 

भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंध हाल के वर्षों में मजबूत हुए हैं. रूस से भारत एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम S-400 की खरीद कर रहा है. यह डील 5.2 बिलियन डॉलर का है. भारत अमेरिका की तरह रूस के साथ भी लॉजिस्टिक साझा करने का एग्रीमेंट साइन करने वाला है. इसके बाद युद्ध या आपात स्थिति में भारत रूसी सैनिकों के साजो-समान का इस्तेमाल कर पायेगा.

टॅग्स :रूसपाकिस्तानइंडियामोदी सरकारव्लादिमीर पुतिन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

विश्व अधिक खबरें

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO