अब रूस निकालेगा अमेरिका के 60 राजनयिक, अमेरिकी वाणिज्य दूतावास भी करेगा बंद
By भाषा | Published: March 30, 2018 03:04 AM2018-03-30T03:04:42+5:302018-03-30T05:40:56+5:30
अमेरिका ने पहले रिकॉर्ड संख्या में 60 राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया था और सिएटल में रूसीमहा वाणिज्य दूतावास को बंद कर दिया था।
मास्को, 30 मार्चः रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने गुरुवार को कहा कि मास्को अमेरिका के 60 राजनयिकों को निष्कासित करेगा और सेंट पीर्ट्सबर्ग में इसके वाणिज्य दूतावास को भी बंद करेगा। दरअसल, पूर्व डबल एजेंट सजेईस्क्रि पल को जहर देने को लेकर अमेरिका और अन्य मुल्कों ने रूस के राजनयिकों को निष्कासित किया था। रूस ने इसी के जवाब में यह कदम उठाने की घोषणा की है।
लावरोव ने कहा कि अमेरिकी राजदूत को जवाबी कार्रवाई के बारे में सूचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें समान संख्या में राजनयिकों का निष्कासन और सेंट पीर्ट्सबर्ग में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास को बंद कदने का हमारा निर्णय शामिल है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने पहले रिकॉर्ड संख्या में 60 राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया था और सिएटल में रूसीमहा वाणिज्य दूतावास को बंद कर दिया था। यह कार्रवाई ब्रिटेन में रूस के पूर्व जासूस पर कथित तौर पर मास्को द्वारा किए गए नर्व एजेंट के हमले को लेकर उसकी प्रतिक्रिया के तौर पर देखी गई थी। अमेरिका के इस फैसले ने शीत युद्ध की यादें ताजा कर दीं।
निष्कासित राजनयिकों में से लगभग 12 संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी मिशन में पदस्थ थे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सेंडर्स ने कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने अमेरिका से रूस के लगभग दर्जनभर खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करने का आदेश दिया। इसके अलावा सिएटल में रूसी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का भी आदेश दिया क्योंकि यह हमारे पनडुब्बी और बोइंग के अड्डों के करीब है।
खुफिया एजेंसियों से जुड़े सभी रूसी राजनयिकों और उनके परिवार को देश छोड़ने के लिए सात दिन का वक्त दिया गया था। व्हाइट हाउस ने कहा था कि यह ब्रिटेन में पूर्व जासूस सरगई स्क्रिपल पर नर्व एजेंट के हमले के खिलाफ की गई कार्रवाई है। इस हमले के लिए ब्रिटेन रूस को जिम्मेदार ठहराता है।