लाइव न्यूज़ :

US: सलमान रुश्दी के समर्थन में आयोजित हुई रैली, प्रमुख लेखक-मित्रों ने एकजुटता कार्यक्रम में पढ़ीं उनकी रचनाएं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 20, 2022 13:28 IST

आपको बता दें कि यह रैली सलमान रुश्दी पर हमले के विरोध में और लेखक के प्रति एकजुटता देखाते हुए आयोजित किया गया था। इस रैली में पॉल ऑस्टर और गे टैलीज जैसे कुछ प्रमुख साहित्यकारों ने भी हिस्सा लिया था।

Open in App
ठळक मुद्देयूएस के न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी में कुछ प्रमुख साहित्यकार ने एक रैली में हिस्सा लिया था।इस रैली में सलमान के लेखक, कार्यकर्ता और मित्रों ने भी भाग लिया था। फिलहाल सलमान के सेहत में सुधार हो रहा है और इससे उनके घर वाले काफी खुश है।

न्यूयॉर्क: अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक साहित्यिक कार्यक्रम में मंच पर लेखक सलमान रुश्दी को छुरा घोंपने की घटना के एक हफ्ते बाद लेखक के मित्र एवं अन्य लेखक ‘‘निरंतर’’ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर उनके विचारों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए यहां न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी में एकत्र हुए और उनकी रचनाओं को पढ़ा। 

‘पेन अमेरिका’ ने आयोजित किया ‘‘स्टैंड विद सलमान’’ रैली

साहित्य एवं हिमायत करने वाले समूह ‘पेन अमेरिका’, उनके प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस, न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी और हाउस ऑफ स्पीकईजी ने शुक्रवार को विशेष एकजुटता कार्यक्रम ‘‘स्टैंड विद सलमान: डिफेंड द फ्रीडम टू राइट’’ का आयोजन किया। गौरतलब है कि रुश्दी ‘पेन अमेरिका’ के अध्यक्ष रह चुके हैं। 

इस कार्यक्रम में रुश्दी के समर्थन में लेखक, कार्यकर्ता और मित्र एकसाथ जुटे थे। टीना ब्राउन, किरण देसाई, आसिफ मांडवी और रेजिनाल्ड ड्वेन बेट्स समेत लेखक, रचनाकारों, कलाकारों और साहित्यिक समुदाय के सदस्यों ने रुश्दी की कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियों को पढ़ा और बुकर पुरस्कार विजेता रुश्दी (75) के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है। 

‘पेन अमेरिका’ ने क्या कहा

‘पेन अमेरिका’ ने इस आयोजन के माध्यम से कहा कि दुनिया भर के लेखक रुश्दी के साथ एकजुटता से खड़े हैं और ‘‘निरंतर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा दुनिया भर में संकटग्रस्त लेखकों की दुर्दशा पर उनके विचारों का समर्थन करते हैं।’’ 

आपको बता दें कि न्यूजर्सी के 24 वर्षीय हादी मतार द्वारा दर्शकों के सामने रुश्दी की गर्दन और पेट में चाकू घोंपे जाने की घटना के ठीक एक हफ्ते बाद इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

‘सैटेनिक वर्सेज’ के लेखक पश्चिमी न्यूयॉर्क में चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में एक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे, तभी यह घटना हुई। गौरतलब है कि मुंबई में जन्मे विवादास्पद लेखक रुश्दी को ‘द सैटेनिक वर्सेज’ लिखने के बाद वर्षों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा है। 

घटना के बाद उन्हें एक स्थानीय ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और कई घंटे चली सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया। 

सलमान के सेहत में सुधार से घर वालें खुश है

‘पेन अमेरिका’ की सीईओ सुजैन नोसेल ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा, ‘‘रुश्दी शब्दों के इस्तेमाल में महारत रखते हैं और लेखक पर उनके काम के कथित अपराध को लेकर हमला किया गया।’’ 

हमले के दो दिन बाद, उनके बेटे जफर रुश्दी ने एक बयान में कहा था कि उनका परिवार इसको लेकर ‘‘बेहद राहत महसूस कर रहा है’’ कि रुश्दी को वेंटिलेटर और अतिरिक्त ऑक्सीजन से हटा दिया गया है और वह अब थोड़ा बहुत बात कर पा रहे हैं। 

पेंग्विन रैंडम हाउस के सीईओ ने सलमान के बारे में कही यह बात

पेंग्विन रैंडम हाउस के सीईओ मार्कस डोहले ने एक बयान में कहा, ‘‘रश्दी की आवाज और साहित्यिक कृतियां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से अटूट रूप से जुड़ी हुई हैं और उन पर हमला हिंसा का एक भयावह, अविवेकपूर्ण कार्य है।’’ 

आपको बता दें कि इस मामले में मतार को गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर हत्या तथा हमले के आरोप लगे हैं। उसने इन आरोपों से इनकार भी किया है। मतार को चौटाउक्वा काउंटी जेल में रखा गया है। 

टॅग्स :Salman RushdieअमेरिकाभारतईरानIndiaIran
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका