वॉशिंगटन: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने शोक जताया है। क्वाड सिक्योरिटी डायलॉग या क्वाड के नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा कि आबे जापान के लिए एक परिवर्तनकारी नेता थे और "हमारे प्रत्येक देश के साथ जापानी संबंधों के लिए।"
क्वाड साझेदारी की स्थापना में आबे की रचनात्मक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए तीनों नेताओं ने कहा कि पूर्व पीएम ने "स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए एक साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया।" स्टेटमेंट में कहा गया, "हम ऑस्ट्रेलिया, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेता पूर्व जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की दुखद हत्या से स्तब्ध हैं।"
स्टेटमेंट में ये भी कहा गया, "दुख की इस घड़ी में हमारे दिल जापान की जनता और प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ हैं। हम शांतिपूर्ण और समृद्ध क्षेत्र की दिशा में अपने काम को दोगुना करके प्रधानमंत्री आबे की स्मृति का सम्मान करेंगे।" जापान के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली नेताओं में शुमार पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को एक चुनावी सभा के दौरान भाषण देते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई।
दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में इस घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है, जहां बंदूक नियंत्रण संबंधी कड़े कानून हैं। आबे (67) को देश के नारा में भाषण शुरू करने के कुछ मिनटों बाद हमलावर ने पीछे से गोली मार दी। आबे को विमान से एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी सांस नहीं चल रही थी और उनकी हृदय गति रुक गयी थी। 'ब्लड ट्रांसफ्यूजन' समेत आपात उपचार के प्रयास के बाद अस्पताल ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आबे को राजनीति विरासत में मिली थी और वह अपने दादा पूर्व प्रधानमंत्री नोबुसुके किशी के मार्गदर्शन में आगे बढ़े। आबे ने देश को सैन्य रूप से ज्यादा ताकतवर बनाने तथा अंतरराष्ट्रीय मामलों में देश की बड़ी भूमिका पर ध्यान दिया। स्वास्थ्य कारणों से दो साल पहले पद से हटने से पूर्व आबे ने जापान की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित किया और राष्ट्र के लिए एशिया में एक मजबूत भूमिका निभाने के प्रयासों का नेतृत्व किया। आबे 2020 में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण इस्तीफा देने से पहले, देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे।
आबे ने इसाकू सातो के रिकॉर्ड को तोड़ा जो 1964 से 1972 तक 2798 दिन प्रधानमंत्री रहे। 'एनएचके' ने घटना का एक फुटेज प्रसारित किया है, जिसमें नारा में एक मुख्य ट्रेन स्टेशन के बाहर आबे भाषण देते हुए दिख रहे हैं। जब गोली चलने की आवाज सुनी गयी तो आबे खड़े थे, उन्होंने गहरे नीले रंग के कपड़े पहने हुए थे और मुठ्ठी बांधे अपना हाथ ऊपर उठा रहे थे। इसके बाद फुटेज में आबे सड़क पर गिरते और कई सुरक्षाकर्मी उनकी ओर भागते दिखे।
उन्होंने अपने सीने पर हाथ रखा हुआ था और उनकी कमीज पर खून लगा हुआ था। फुटेज में नजर आया कि इसके अगले क्षण ही सुरक्षाकर्मियों ने स्लेटी रंग की कमीज पहने एक व्यक्ति को दबोच लिया। जमीन पर एक बंदूक भी गिरी हुई दिखायी दी। नारा की पुलिस ने हत्या की कोशिश के लिए एक संदिग्ध को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की और उसकी पहचान तेत्सुया यामागामी (41) के तौर पर की।