पुतिन ने मोदी से किया वादा: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का पूरा साथ देगा रूस
By रुस्तम राणा | Updated: May 5, 2025 15:37 IST2025-05-05T15:37:48+5:302025-05-05T15:37:48+5:30
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि हमले के पीछे के लोगों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

पुतिन ने मोदी से किया वादा: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का पूरा साथ देगा रूस
नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन किया और 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की जिसमें 26 लोग मारे गए थे। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में भारत को पूर्ण समर्थन देने की बात कही और हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि हमले के पीछे के लोगों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
पुतिन का भारत को समर्थन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के करीब दो हफ्ते बाद आया है। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। यह घाटी का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह समर्थन ऐसे समय में आया है जब हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है।
President Putin @KremlinRussia_E called PM @narendramodi and strongly condemned the terror attack in Pahalgam, India. He conveyed deepest condolences on the loss of innocent lives and expressed full support to India in the fight against terrorism. He emphasised that the…
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) May 5, 2025
एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का विवरण साझा किया। उन्होंने लिखा, "राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।"