सिंगापुर, 12 जून: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन आज यहां ऐतिहासिक शिखर वार्ता खत्म हो गई है। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि वह और किम किसी समझौते पर ‘‘ हस्ताक्षर ’’ करेंगे। ट्रंप ने किम के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद कहा , ‘‘ शानदार बैठक , काफी प्रगति हुई। ’’ ट्रंप ने कहा कि वह वास्तव में काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं, हमारी चर्चा और रिश्ते शानदार होने वाले हैं। किम ने कहा कि यहां तक आना आसान नहीं था, कई बाधाएं थीं लेकिन यहां पहुंचने के लिये हमनें उन्हें पार किया।
इस बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाना और कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण था। हालांकि इसको दोनों ने कोई बयान जारी नहीं किया। बस ट्रंप ने कुछ हस्ताक्षर की बात कहकर आगे बढ़ गए।
वार्ता शुरू होने से पहले अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में राष्ट्रपति ट्रंप ने उम्मीद जताई कि यह ऐतिहासिक शिखर वार्ता ‘‘ जबर्दस्त सफलता ’’ वाली होगी। उत्तर कोरियाई नेता के बगल में बैठकर ट्रंप ने कहा , ‘‘ आगे हमारे रिश्ते बेहद शानदार होंगे। ’’ ट्रंप से जब यह पूछा गया कि शुरुआत में कैसा महसूस हुआ तो उन्होंने कहा , ‘‘ वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं , हम बेहद अच्छी चर्चा करने वाले हैं और हमारे रिश्ते शानदार होंगे , इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है। ’’
इस दौरान करीब 48 मिनट तक ट्रंप और किम एक दूसरे बात करते रहे। इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के अलावा केवल अनुवादक उनके साथ बैठने की अनुमति थी। इसके अलावा सबको वहां से हटा दिया गया था। इस मीटिंग के बाद उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा, पूरी दुनिया इस क्षण को देख रही है। बहुत से लोग इसे किसी काल्पनिक फिल्म का कोई रोमांचक सीन मान रहे होंगे।
ट्रंप और किम के बीच यह मुलाकात सिंगापुर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल सेंटोसा के एक होटल में हुई। दोनों नेताओं ने शिखर वार्ता की शुरुआत होटल में मीडियाकर्मियों के सामने गर्मजोशी से हाथ मिलाकर की।
उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा कि सिंगापुर में आज हो रही बैठक की राह में कई ‘‘रोड़े’’ थे। उन्होंने अनुवादक के जरिये संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमनें उन बाधाओं को पार किया और आज हम यहां हैं।’’
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मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति और एक उत्तर कोरियाई नेता के बीच हो रही यह पहली शिखर वार्ता ट्रंप और किम के बीच कभी बेहद तल्ख रहे रिश्तों को भी बदलने वाली साबित होगी।
वार्ता की पूर्व संध्या पर अमेरिका ने ‘‘पूर्ण, सत्यापित और अपरिवर्तनीय’’ परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले उत्तर कोरिया को ‘विशिष्ट’ सुरक्षा गारंटी की पेशकश की थी।
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व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की है कि 71 वर्षीय राष्ट्रपति ट्रंप और 34 वर्षीय किम के बीच पहले अकेले बैठक होगी जिसमें सिर्फ अनुवादक मौजूद रहेंगे। अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया है कि उसे कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक संवाद समिति ने रविवार को कहा था कि किम वार्ता के दौरान ‘‘परमाणु निरस्त्रीकरण’’ और ‘‘स्थायी शांति’’ के लिये बातचीत को तैयार हैं। ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि किम के पास इतिहास रचने का ‘‘एक मौका’’ है।