सिंगापुर, 1 जून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार ( 1 जून) को सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय समुद्र विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृति को जोड़ता है। हिंद महासागर ने ही भारत के ज्यादातर इतिहास को आकार दिया और अब यही हमारे भविष्य में सफल होने का राज भी होगा। समुद्र के रास्ते भारत का 90 प्रतिशत तक का बिजनेस होता है। पीएम मोदी ने यहां यह भी कहा कि एशिया के बेहतर भविष्य के लिए भारत और चीन को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए।
आइए जानें शांगरी-ला डायलॉग में पीएम मोदी कही ये 10 अहम बातें
1- पीएम मोदी ने यहां कहा कि सभी देशों की संप्रुभता और सीमाओं का सम्मान करना जरूरी है। एशिया के सभी देशों को सभी देशों बराबर का हक मिलना चाहिए।
3- पीएम मोदी ने यहां इंडो-पसिफिक क्षेत्र को लेकर भी कहा, उन्होंने बोला कि इंडो-पसिफिक क्षेत्र को लेकर भारत का रवैया हमेशा सकारात्मक रहा है। इंडो-पसिफिक क्षेत्र में रहने वाले लोगों के भाग्य आपस में जुड़े हुए हैं।
PM मोदी ने सिंगापुर से और मजबूत किए रिश्ते, दोनों के बीच हुए कई अहम समझौतों
4- पीएम मोदी ने यहां ग्लोबल इकॉनमी में लगातार हो रहे बदलाव पर भी बात की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकॉनमी में लगातार हो रहे बदलाव अनिश्चिचितता का माहौल दिखाता है।
5- भारत के लिए सिंगापुर कुछ बढ़कर है, यह भारत का दुनिया के लिए गेटवे रहा है। सिंगापुर आकर खुश हूंः पीएम मोदी
6- पीएम मोदी ने कहा आसियान के लिए सिंगापुर ही हमारा अहम पड़ाव रहा है। सदियों से सिंगापुर हमारे लिए पूर्व के लिए प्रवेश द्वार रहा है।
7- सभी दक्षिण एशियाई देशों के साथ हमारे राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा संबंध मजबूत हो रहे हैं। भारत और चीन के बीच सहयोग बढ़ रहा है: पीएम मोदी
8- रूस के साथ रिश्ते को लेकर पीएम मोदी ने कहा रूस के साथ हमारी सैन्य स्वायत्तता को लेकर इंडिया फर्स्ट की कूटनीतिक साझेदारी मजबूत हुई है और ये हमारे लिए काफी खास है।
10- वैदिक काल से ही भारत के विकास में समुद्रों का अहम स्थान है। वेदों में वरुण को अहम स्थान दिया गया है, जो समुद्रों और जल के देवता हैं। यही समुद्र हमारे रिश्तों का भविष्य है: पीएम मोदी
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