Pakistan Torrential Rain: पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश, 50 लोगों की मौत और 87 अन्य घायल, करोड़ों का नुकसान, राहत और बचाव कार्य तेज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 7, 2023 10:09 PM2023-07-07T22:09:05+5:302023-07-07T22:10:12+5:30
Pakistan Torrential Rain: देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जून के आखिरी सप्ताह में मानसून पूर्व बारिश की शुरुआत हुई थी, जो नियमित अंतराल पर समूचे देश में जारी है।
Pakistan Torrential Rain: पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश के कारण कई आवासीय संपत्ति को नुकसान पहुंचा, वर्षा जनित घटनाओं में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई तथा 87 अन्य घायल हुए हैं। देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जून के आखिरी सप्ताह में मानसून पूर्व बारिश की शुरुआत हुई थी, जो नियमित अंतराल पर समूचे देश में जारी है।
लगातार बारिश से बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ आ गई तथा राजमार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, बारिश के कारण देश का सबसे बड़ा प्रांत पंजाब बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां वर्षा जनित घटनाओं के कारण 34 लोगों की जान गई है।
वर्षा संबंधी घटनाओं के कारण खैबर-पख्तूनख्वा में 10 लोगों की, बलूचिस्तान में पांच और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। एनडीएमए के अनुसार, देश भर में कम से कम 62 मकान आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 15 मवेशी भी मारे गए हैं।
लाहौर में इस सप्ताह रिकॉर्ड बारिश होने से बाढ़ आ गई। बुधवार की तुलना में बृहस्पतिवार को बारिश नाम मात्र की हुई। जल एवं स्वच्छता एजेंसी (वासा) के 16 निगरानी स्थलों में से अधिकतर में बृहस्पतिवार को कम वर्षा दर्ज की गई। बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों में जबरदस्त बारिश हुई जिससे सिंध और पंजाब प्रांत को जोड़ने वाले कुछ राजमार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बारिश एवं बाढ़ जनित खतरे के मद्देनजर ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। पीडीएमए के महानिदेशक जहांजेब खान ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘हमने सभी उपायुक्तों को मौसमी नदियों में अचानक बाढ़ की आशंका से संभावित खतरे के मद्देनजर निर्देश जारी किया है और तुरंत राहत प्रदान करने के लिए आवश्यक राहत सामग्री भेजी है।’’
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का मजबूत दबाव क्षेत्र बनने के साथ-साथ मानसून की परिस्थितियां बनने से सतलज, रावी और चिनाब नदियों के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में छिटपुट स्थानों पर और कुछ हद तक झेलम नदी के ऊपर ‘‘बड़े पैमाने पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अत्यधिक भारी वर्षा’’ होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अधिकारी शाहिद अब्बास ने कहा कि शुक्रवार को भी बारिश हो सकती है लेकिन पिछले 48 घंटे की तुलना में इसके गंभीर होने की संभावना नहीं है। शनिवार और रविवार को भी बुधवार की तरह ही भारी बारिश होने का अनुमान है जिससे शहरी इलाकों में बाढ़ की आशंका है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में संकेत दिया कि लाहौर में बुधवार की तरह ही भारी बारिश होने के आसार हैं।
बुधवार को लाहौर में 10 घंटे की अवधि के भीतर 290 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई थी जिससे समूचा शहर जलमग्न हो गया था। पाकिस्तान में मानसून का मौसम जुलाई से सितंबर तक रहता है। पिछले साल की विनाशकारी बाढ़ में पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया था और दक्षिणी प्रांत सिंध और बलूचिस्तान का दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। भीषण बाढ़ के कारण 1,200 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और लाखों अन्य लोग भोजन और आश्रय से वंचित हो गए थे।