लंदनः प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से पहली मौत हुई है। इसके साथ ही ये दुनिया में ओमीक्रोन स्वरूप से मौत का पहला मामला भी है। जॉनसन ने ओमीक्रोन से पहली मौत की जानकारी साझा करने के साथ ही लोगों को आगाह किया कि वे वायरस के इस स्वरूप को डेल्टा स्वरूप से कमतर नहीं समझें।
साथ ही उन्होंने देश के सभी पात्र लोगों से टीके की बूस्टर खुराक लेने की भी अपील की। ओमीक्रोन आपातकालीन अभियान के प्रति जागरूक करने के वास्ते पश्चिमी लंदन के एक क्लीनिक की यात्रा के दौरान जॉनसन ने वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर आने वाले दिनों में और प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना से इंकार किया।
प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, '' ये सच है कि ओमीक्रोन के कारण लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है और अफसोस है कि ओमीक्रोन के कारण एक मरीज की मौत हो चुकी है।'' उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि केवल लंदन में ही सामने आने वाले संक्रमण के कुल मामलों में से करीब 40 फीसदी मरीज ओमीक्रोन से पीड़ित हैं।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पूरे इंग्लैंड में 30 साल और इससे अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 टीके की बूस्टर खुराक के लिए सोमवार से बुकिंग शुरू हुई है। उन्होंने बताया कि देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों में से यह एक है। इंग्लैंड के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने कहा कि देश में 30 से 39 साल उम्र के 75 लाख लोग हैं, जिनमें से 35 लाख लोग सोमवार से बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि सोमवार को देश में कोविड -19 के नए ओमीक्रोन संस्करण के कारण एक मरीज की मौत हो गई। यह फैसला बूस्टर खुराक के ओमीक्रोन स्वरूप पर प्रभावी होने की शुरुआती जानकारी मिलने के बाद किया गया है। देश में ओमीक्रोन संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने के मामले भी अब आने लगे हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस साल के अंत तक संक्रमण फैलाने के मामले में ओमीक्रोन स्वरूप, डेल्टा स्वरूप को पीछे छोड़ सकता है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा, ‘‘कोविड-19 बूस्टर कार्यक्रम को तेज किया जा रहा है और ब्रिटेन में 2.2 करोड़ लोग पहले ही बूस्टर खुराक ले चुके हैं और क्रिसमस से पहले वृहद सुरक्षा प्राप्त कर चुके हैं।’’