इस बात का कोई साक्ष्य नहीं कि अगर अफगानिस्तान में और समय ठहरते तो कुछ बदल जाता:ब्लिंकन

By भाषा | Updated: September 14, 2021 00:47 IST2021-09-14T00:47:51+5:302021-09-14T00:47:51+5:30

No evidence that anything would have changed if Afghanistan had stayed longer: Blinken | इस बात का कोई साक्ष्य नहीं कि अगर अफगानिस्तान में और समय ठहरते तो कुछ बदल जाता:ब्लिंकन

इस बात का कोई साक्ष्य नहीं कि अगर अफगानिस्तान में और समय ठहरते तो कुछ बदल जाता:ब्लिंकन

वाशिंगटन, 13 सितंबर अफगानिस्तान से सेना की वापसी के मुद्दे से निपटने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों का विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को पुरजोर तरीके से बचाव किया।

राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस साल अप्रैल में अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी का ऐलान किया था। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान ने बेहद कम दिनों में अफगानिस्तान पर नियंत्रण हासिल कर लिया, जिसे लेकर अमेरिकी सांसदों ने बाइडन प्रशासन की आलोचना की थी।

अफगानिस्तान मामले पर संसद की समिति के समक्ष हुई सुनवाई के दौरान सोमवार को ब्लिंकन ने कहा, '' इस बात का कोई सबूत नहीं है कि अधिक समय तक ठहरने से अफगान सुरक्षा बल या अफगान सरकार को और अधिक मजबूती मिलती या वे आत्मनिर्भर हो जाते। यदि समर्थन, उपकरण और प्रशिक्षण में 20 साल और सैकड़ों अरब डॉलर पर्याप्त नहीं थे, तो एक और साल, या पांच या दस साल से क्या फर्क पड़ेगा?''

अफगानिस्तान के घटनाक्रम के संबंध में अमेरिकी संसद के दोनों सदनों में सुनवाई होनी है।

ब्लिंकन सोमवार को संसद की विदेश मामलों की समिति के समक्ष पेश हुए और उन्हें सीनेट की विदेश संबंध समिति के समक्ष मंगलवार को पेश होना होगा।

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Web Title: No evidence that anything would have changed if Afghanistan had stayed longer: Blinken

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