हेग: नीदरलैंड में आव्रजन के मुद्दे पर चार दलों के गठबंधन में परस्पर मतभेद के कारण सरकार गिर गई है। देश में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे मार्क रट के शुक्रवार को इस्तीफा देने से देश में इस साल अब आम चुनाव होंगे। रट और उनके नेतृत्व वाली सरकार नई सरकार बनने तक कामकाज संभालेगी।
उन्होंने हेग में पत्रकारों से कहा, "आव्रजन की नीति पर गठबंधन सहयोगियों के बीच मतभेद कोई छिपी हुई बात नहीं है। आज दुर्भाग्य से हम इसी नतीजे पर पहुंचे कि ये मतभेद परस्पर विरोधी हैं। इसलिए मैंने तुरंत महाराजा को पत्र लिखकर समूची कैबिनेट के इस्तीफे की पेशकश की।" विपक्षी दलों के सांसदों ने भी बिना समय गंवाए नए चुनावों की मांग की। यहां तक कि उन्होंने रट के औपचारिक इस्तीफे का इंतजार भी नहीं किया।
आव्रजन विरोधी 'पार्टी फॉर फ्रीडम' के नेता गीर्ट विल्डर्स ने ट्वीट किया, "जल्द चुनाव हों।" 'ग्रीन लेफ्ट' पार्टी के नेता जेस्सी क्लावेर ने भी चुनाव का आह्वान किया और नीदरलैंड के प्रसारक 'एनओएस' से कहा, "इस देश को बदलाव की जरूरत है।" डच राजनीतिक इतिहास में सबसे बड़े गठबंधन वार्ताकारों के बाद रट की गठबंधन सरकार ने जनवरी 2022 में पदभार ग्रहण किया था।
रट ने बुधवार और गुरुवार देर रात तक बैठकें कीं लेकिन आव्रजन नीति पर कोई नतीजा नहीं निकल सका। शुक्रवार शाम को अंतिम दौर की वार्ता में पार्टियों ने एक स्वर में कहा कि वे सहमत नहीं हैं और गठबंधन में नहीं रह सकती हैं। वहीं, डच ऑनलाइन समाचार पत्र Nu.nl की रिपोर्ट के अनुसार, रट शनिवार को राजा से मिलेंगे और उन कारणों के बारे में बताएंगे जिनकी वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
(भाषा इनपुट के साथ)