Myanmar Earthquake:म्यांमार, थाईलैंड और बैंकॉक में आए भूकंप के बाद हर तरफ तबाही ही तबाही नजर आ रही है। म्यांमार में भूकंप से मरने वालों की संख्या 250 पार पहुंच गई है। 7.7 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप के कारण कई इमारतें जमीदोज हो गई जिसमें अभी भी लोगों के फंसे होने की आशंका है। सरकार ने मांडले, सागाइंग, मैगवे, उत्तरपूर्वी शान और बागो क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है।
बचाव प्रयासों में तेज़ी आने के कारण रक्तदान की माँग बहुत ज़्यादा है। संयुक्त राष्ट्र ने राहत कार्यों के लिए 5 मिलियन अमरीकी डॉलर आवंटित किए हैं। सक्रिय भूकंप क्षेत्र में स्थित म्यांमार में अक्सर दूरदराज के इलाकों में भूकंप आते रहते हैं, लेकिन इस आपदा ने शहरी क्षेत्रों को बुरी तरह प्रभावित किया है। व्यापक तबाही के बीच बचाव दल जीवित बचे लोगों को बचाने के लिए समय से लड़ रहे हैं।
भारत ने म्यांमार को भेजी सहायता
गौरतलह है कि भारत ने म्यांमार को करीब 15 टन राहत सामग्री भेजी है, एक दिन पहले देश में दो बड़े भूकंप आए थे। समाचार एजेंसी पीटीआई को सूत्रों ने बताया कि भारत 28 मार्च को भूकंप प्रभावित म्यांमार में एक सैन्य परिवहन विमान में करीब 15 टन राहत सामग्री भेज रहा है।
पीटीआई समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय वायु सेना के सी130जे विमान ने हिंडन वायु सेना स्टेशन से म्यांमार के लिए उड़ान भरी।
वहीं, बैंकॉक के अधिकारियों ने शुक्रवार को थाईलैंड में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या में संशोधन किया और मरने वालों की संख्या घटाकर 6 कर दी। उन्होंने कहा कि 22 लोग घायल हुए और 101 लापता हैं।
शुक्रवार को मरने वालों की आखिरी संख्या 10 थी, जिसके बाद अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने संख्या कम कर दी है क्योंकि बचाव स्थल पर मौजूद कुछ गंभीर लोगों को गलती से मृत समझ लिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो उन्हें होश में लाया जा सका।