यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु पॉवर प्लांट से टूटा संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निरगानीकर्ता IAEA का संपर्क
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 9, 2022 14:52 IST2022-03-09T14:40:51+5:302022-03-09T14:52:54+5:30
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने बताया कि एजेंसी को चेर्नोबिल परमाणु पॉवर प्लांट आंकड़े नहीं भेज रहा है। ऐसे में एजेंसी यहां रूसी गार्ड के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों को लेकर चिंतित है।

यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु पॉवर प्लांट से टूटा संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निरगानीकर्ता IAEA का संपर्क
वियना, ऑस्ट्रिया:संयुक्त राष्ट्र में परमाणु निगरानी करने वाली संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को यूक्रेन में स्थित चेर्नोबिल परमाणु पॉवर प्लांट आंकड़े नहीं भेज रहा है। ऐसे में एजेंसी ने यहां रूसी गार्ड के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों को लेकर चिंता व्यक्त की है। इस मामले पर इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के चीफ राफेल ग्रॉसी का कहना है, "चेर्नोबिल के न्यूक्लियर पॉवर प्लांट की सुरक्षा निगरानी के लिए बनाए गए डेटा ट्रांसमिशन सिस्टम से संपर्क टूट जाने के संकेत मिल रहे हैं।"
बता दें कि 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था और खराब पड़े परमाणु प्लांट पर कब्ज़ा कर लिया था। यह वही जगह है जहां 1986 में हुई बड़ी दुर्घटना में हजारों लोग मारे गए थे और यूरोप से लेकर पश्चिम तक परमाणु रेडिएशन फैल गया था। वहीं, IAEA की ओर से कहा गया है कि एजेंसी यूक्रेन में अन्य स्थानों में सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणाली की स्थिति देख रही है और जल्द ही आगे की जानकारी प्रदान करेगी।
IAEA ऐसी सामग्री के दुरुपयोग का शीघ्र पता लगाकर परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से परमाणु सामग्री और गतिविधियों पर लागू होने वाले तकनीकी उपायों का वर्णन करने के लिए "सुरक्षा उपाय" शब्द का उपयोग करता है। मालूम हो, चेर्नोबिल परमाणु पॉवर प्लांट पर 200 से अधिक तकनीकी कर्मचारी और गार्ड साइट पर फंसे हुए हैं, जो रूसी अधिग्रहण के 13वें दिन बाद भी यहां लगातार काम कर रहे हैं। IAEA ने यूक्रेनी परमाणु नियामक का हवाला देते हुए कहा कि साइट पर कर्मचारियों की स्थिति बिगड़ती जा रही है।
निष्क्रिय संयंत्र एक बहिष्करण क्षेत्र के अंदर है जिसमें निष्क्रिय रिएक्टरों के साथ-साथ रेडियोधर्मी अपशिष्ट सुविधाएं भी हैं। 2,000 से अधिक कर्मचारी अभी भी संयंत्र में काम करते हैं क्योंकि इसे एक और परमाणु आपदा को रोकने के लिए निरंतर प्रबंधन की आवश्यकता होती है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने रूस से कर्मचारियों को सुरक्षित रोटेशन देने का आह्वान किया क्योंकि उन्हें भी आराम और नियमित की जरूरत है।
इसपर ग्रॉसी का कहना है," मैं बहुत चिंतित हूं चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट के स्टाफ को आ रही परेशानियों के बारे में सोचकर और परमाणु सुरक्षा को संभावित खतरे को लेकर। मैं वहां पर रूसी सेना से कहना चाहती हूं कि वहां काम कर रहे लोगों को तुरंत सुरक्षित रोटेशन करने दिया जाए।" चूंकि, रिमोट डेटा ट्रांसमिशन कट कर दिया गया है, ऐसे में यूक्रेन के रेगुलेटर केवल प्लांट से ईमेल के जरिए संपर्क कर सकते हैं। इसी क्रम में ग्रॉसी ने सभी पक्षों से यूक्रेन के बिजली संयंत्रों की "सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता" को सुरक्षित करने के लिए साइट या कहीं और यात्रा करने के अपने प्रस्ताव को दोहराया।
पिछले हफ्ते रूस ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पॉवर प्लांट जेपोरिजजिया पर भी हमला किया और कब्जा कर लिया। ऐसे में रूस पर यूक्रेन पर परमाणु आतंक फैलाने का आरोप लगाया था। अकेले जेपोरिजजिया में ही आधुनिक दर्जे के 6 रिएक्टर्स हैं। इसे चेर्नोबिल से अधिक सुरक्षित तरीके से बनाया गया है। IAEA का कहना है कि इसमें से दो अभी भी काम कर रहे हैं और प्लांट के कर्मचारी शिफ्ट में काम कर रहे हैं और रेडिएशन का स्तर भी स्थिर है।