जापान की राजधानी टोक्यो में जय श्री राम, वंदे मातरम् और भारत माता की जय से हुआ राजनाथ का स्वागत, जमकर लगे जयकारे
By रामदीप मिश्रा | Published: September 5, 2019 05:30 PM2019-09-05T17:30:23+5:302019-09-05T17:30:23+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को टोक्यो में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की थी और उन्हें जानकारी दी कि जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने के भारत के फैसले से क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस समय विदेशी दौरे पर है। वह तीन सितंबर को जापान में थे। उनके जापान की राजधानी पहुंचते ही लोगों ने जय श्री राम, वंदे मातरम् और भारत माता की जय बोलना शुरू कर दिया और जमकर जयकारे लगाए, जिसका वीडियो वायरल हो गया।
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जिस समय आगे बढ़ रहे उस समय जायकारे लगाए जा रहे हैं। उनके साथ मौजूद लोग भी जयकारे लगा रहे थे। बताया जा रहा है कि इन्ही जयकारों के साथ टोक्यों में रक्षा मंत्री का स्वागत किया गया।
WATCH: 'Jai Sri Ram', 'Vande Mataram' and 'Bharat Mata ki Jai' slogans raised as Defence Minister Rajnath Singh arrives in Tokyo,Japan (September 3) pic.twitter.com/OeN1cbz3t5
— ANI (@ANI) September 5, 2019
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को टोक्यो में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की थी और उन्हें जानकारी दी कि जम्मू कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने के भारत के फैसले से क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा। आबे से उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में दखल का पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है और वह भारत का अभिन्न अंग है।
उन्होंने कहा था कि अपने जापानी समकक्ष ताकेशी इवाया के साथ विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा के दौरान सिंह ने पाकिस्तान से पनपने वाले सीमा-पार आतंकवाद का जिक्र किया और कहा कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। रक्षा मंत्री पांच दिवसीय जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे गए हैं। वह इस समय दक्षिण कोरिया में हैं। वह मंगलवार को टोक्यो से सियोल रवाना हो गए।
रक्षा मंत्री स्तर की वार्षिक वार्ता में सिंह और इवाया ने भारत-जापान रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की थी। दोनों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने तथा क्षेत्र में शांति व सुरक्षा हासिल करने के लिये नये तरीकों को अपनाने का संकल्प लिया था।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)