Israel-Hamas War: गाजा के साथ हर तरह के संबंध तोड़ेगा इजराइल, देश में काम कर रहे लोगों को वापस भेजा जाएगा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: November 3, 2023 18:08 IST2023-11-03T18:06:52+5:302023-11-03T18:08:06+5:30
7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल में घुसकर किए गए हमलों के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इजराइली लड़ाकू विमान गाजा पर लगातार बमबारी कर रहे हैं।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू
Israel-Hamas War: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से कहा गया है कि देश गाजा के साथ अपने हर तरह के संबंध तोड़ रहा है और इजराइल में काम करने वाले गाजा के लोगों को वापस भेजा जाएगा।
एक्स पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से कहा गया, "इजराइल गाजा के साथ हर तरह के संबंध तोड़ रहा है, अब इजराइल में गाजा का कोई फिलिस्तीनी वर्कर नहीं होगा, हमास के हमले के दिन गाजा के जो वर्कर्स इजराइल में थे उन्हें वापस भेजा जाएगा।"
बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल में घुसकर किए गए हमलों के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इजराइली लड़ाकू विमान गाजा पर लगातार बमबारी कर रहे हैं। गाजा में कई बहुमंजिला इमारतें जमीदोंज हो चुकी हैं और अब जमीन से हमले के लिए भी टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ इजराइली सैनिक गाजा में घुस चुके हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कसम खाई है कि जब तक हमास का पूरी तरह खात्मा नहीं हो जाता तब तक यह जंग समाप्त नहीं होगी।
इस बीच ब्यूरिज शरणार्थी शिविर पर इजराइल के हवाई हमलों के बाद अस्पताल में चिकित्सकों को सीमित संसाधनों के कारण घायल बच्चों का उपचार करने में मुश्किलें आ रही हैं। इजराइली सेना के दो हवाई हमलों में शरणार्थी शिविर में अपार्टमेंट इमारतों का एक पूरा ब्लॉक तबाह हो गया और संयुक्त राष्ट्र के स्कूल सह आश्रय केंद्र क्षतिग्रस्त हो गए। कई घायलों का अस्पताल के फर्श पर इलाज किया जा रहा है।
हमास के आतंकवादियों के साथ लड़ रहे इजराइली सुरक्षा बलों के हमलों में मारे गए फलस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 9,000 हो गई है। गाजा सिटी की घेराबंदी करने के बीच युद्ध में अमेरिका और अरब के नेताओं ने इजराइल पर गाजा की घेराबंदी में ढील देने और नागरिकों की मदद के लिए कम से कम कुछ समय के लिए युद्ध में विराम देने का दबाव बढ़ाया है।