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भारत के विदेश मंत्री ने बुद्ध को बताया भारतीय, तो भड़के नेपाल ने भारतीय बयान पर ये कहकर जताई आपत्ति

By अनुराग आनंद | Updated: August 9, 2020 19:28 IST

एस जयशंकर ने भगवान बुद्ध को भारतीय बताया जिसके बाद नेपाल ने भारतीय विदेश मंत्री के दावे पर अपना बयान जारी किया है।

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ठळक मुद्देनेपाल ने कहा कि यह सर्वविदित है कि बुद्ध की जन्मस्थली और बौद्ध धर्म की उत्पत्ति स्थली लुंबिनी यूनेस्को की वैश्विक धरोहरों में से एक है।नेपाल ने कहा कि 2014 में खुद नरेंद्र मोदी ने कहा था कि नेपाल ऐसा देश है जहां विश्व शांति के प्रतीक बुद्ध का जन्म हुआ था

नई दिल्ली: नेपाल के पीएम केपी ओली द्वारा बार-बार राम जन्मभूमि अयोध्या में न होकर नेपाल में होने की बात कहकर दोनों देशों के बीच विवाद खड़ा करने का प्रयास करते रहे हैं। आज (रविवार) फिर उन्होंने राम जन्मभूमि अयोध्या में न होकर नेपाल में होने की बात कही है। 

केपी ओली के लगातार भारत के खिलाफ विवादित बयान दे रहे हैं। पिछले दिनों एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि बुद्ध का जन्म नेपाल नहीं बल्कि भारत में हुआ था। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में जशंकर ने भारतीय विरासतों के बारे में बात करते हुए किसी खास संदर्भ में कहा था कि बुद्ध नेपाली नहीं बल्कि भारतीय थे। भारतीय विदेश मंत्री के इस बयान के बाद नेपाल बुरी तरह से भड़क गया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने इस बयान पर अपनी तरफ से सफाई दी है।  

इस मामले में नेपाल ने कहा है कि यह एक ऐतिहासिक और पुरातात्विक सबूतों द्वारा सिद्ध सर्वविदित तथ्य है कि गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था। नेपाल ने जयशंकर के बयान को खारिज किया है। 

पीएम नरेंद्र मोदी के यात्रा का उल्लेख कर नेपाल ने ये कहा-

नेपाल ने कहा कि यह सर्वविदित है कि बुद्ध की जन्मस्थली और बौद्ध धर्म की उत्पत्ति स्थली लुंबिनी यूनेस्को की वैश्विक धरोहरों में से एक है।' मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2014 में नेपाल यात्रा का उल्लेख भी किया, जिसमें मोदी ने कहा था, 'नेपाल ऐसा देश है जहां विश्व शांति के प्रतीक बुद्ध का जन्म हुआ था।'

अब इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान हमारी साझा बौद्ध विरासत को संदर्भित करते हुए गौतम बुद्ध पर दिया गया था। इसमें कोई संदेह नहीं है कि गौतम बुद्ध का जन्म लुंबिनी में हुआ था, जो नेपाल में है।

केपी ओली ने अयोध्या पर फिर दिया विवादित बयान-

नेपाल के पीएम केपी ओली एक के बाद एक भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं। भारत सरकार के खिलाफ बयान देने वाले केपी ओली ने एक बार फिर से अयोध्या को लेकर विवादित बयान दिया है। केपी ओली ने अयोध्या में भगवान राम के पैदा होने के दावे को खारिज कर दिया है। केपी ओली ने कहा कि सारे साक्ष्य मौजूद है कि भगवान राम का जन्म भारत में नहीं बल्कि नेपाल में हुआ है। 

हिमालयन टाइम्स की मानें तो नेपाल के पीएम केपी ओली ने इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों से बात करते हुए भव्य राम मंदिर निर्माण की बात कही है। केपी ओली ने अधिकारियों को अयोध्यापुरी में भव्य राम मंदिर बनाने के निर्देश देते हुए कहा है कि राम का जन्म नेपाल में हुआ है। 

भगवान राम के नेपाल में जन्म के साक्ष्य मेरे पास है: केपी ओली

बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा कि भगवान राम का जन्म नेपाल में हुआ है। इसके सभी साक्ष्य और सबूत नेपाल सरकार के पास हैं। इसके साथ ही सबूत जुटाने के लिए खुदाई करने के आदेश भी नेपाल के पीएम केपी ओली ने अधिकारियों को दिए हैं। 

यह सब नेपाल तब कर रहा है जब भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर शिलान्यास किया है। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद से ही नेपाल के पीएम केपी ओली खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली बात सही साबित कर रहे हैं। 

टॅग्स :नेपालकेपी ओलीइंडियागौतम बुद्ध
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