कोलंबो: रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस बीच ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि श्रीलंकाई संसद में राष्ट्रपति पद के चुनाव के संबंध में श्रीलंका में राजनीतिक नेताओं को प्रभावित करने के लिए भारत की ओर से राजनीतिक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। मगर श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने इसका खंडन किया है।
भारतीय उच्चायोग ने बुधवार को इस सिलसिले में ट्वीट करते हुए लिखा, "हमने श्रीलंकाई संसद में श्रीलंका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के संबंध में श्रीलंका में राजनीतिक नेताओं को प्रभावित करने के लिए भारत की ओर से राजनीतिक स्तर पर प्रयासों के बारे में निराधार और विशुद्ध रूप से अटकलबाजी वाली मीडिया रिपोर्ट देखी हैं। हम इन मीडिया रिपोर्टों को पूरी तरह से गलत बताते हुए स्पष्ट रूप से इनकार करते हैं।"
भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट करते हुए आगे लिखा, "वे स्पष्ट रूप से किसी की कल्पना की उपज हैं। यह दोहराया जाता है कि भारत लोकतांत्रिक साधनों और मूल्यों, स्थापित संस्थानों के साथ-साथ संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार श्रीलंका के लोगों की आकांक्षाओं की प्राप्ति का समर्थन करता है, और किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप नहीं करता है।"