दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण लगी पाबंदियों के बीच मनाया गया गुड फ्राइडे
By भाषा | Updated: April 3, 2021 09:41 IST2021-04-03T09:41:45+5:302021-04-03T09:41:45+5:30

दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण लगी पाबंदियों के बीच मनाया गया गुड फ्राइडे
यरुशलम, तीन अप्रैल (एपी) ईसाई धर्म की पवित्र नगरी यरुशलम में कोरोना वायरस के कारण गुड फ्राइडे सादगी से मनाया गया और कई अन्य ईसाई बहुल देशों में भी लोगों के एकत्रित होने पर कड़ी पाबंदियों के बीच ईस्टर से पहले का पवित्र सप्ताह मनाया गया।
यरुशलम में कई पवित्र धर्मस्थल खुले थे। ‘द चर्च ऑफ होली सेपुल्कर’ श्रद्धालुओं के लिए खुला था लेकिन वहां मास्क लगाना और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करना अनिवार्य था। ईसाइयों का मानना है कि ईसा मसीह को इसी स्थान पर सूली पर चढ़ाया गया।
पड़ोसी लेबनान में ईसाइयों ने लॉकडाउन और विकट आर्थिक संकट के बीच गुड फ्राइडे मनाया।
लातिन अमेरिका में ग्वाटेमाला से लेकर पराग्वे तक श्रद्धालुओं ने जुलूस निकाला। रोम के वेटिकन में पोप फ्रांसिस एक केंद्र में गए जहां स्वयंसेवियों ने गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को टीके लगाए।
फिलीपीन और फ्रांस में श्रद्धालुओं ने दूसरी बार पाबंदियों के बीच पवित्र सप्ताह मनाया। अमेरिका में अधिकारियों ने ईसाइयों से सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए बाहर कार्यक्रम आयोजित करने या डिजिटल समारोह आयोजित करने का अनुरोध किया।
फ्रांस में शाम सात बजे तक राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू होने के कारण रात को निकाले जाने वाले कैथलिक जुलूसों को रद्द कर दिया गया। फ्रांस में 19 विभागों में लॉकडाउन लगा है जहां सरकार से अनुमति मिलने के बाद श्रद्धालु केवल दिन के वक्त ही समारोहों में शमिल हो सकते थे।
आग से ध्वस्त हुए विश्व विख्यात गिरजाघर नोट्रे डैम में इस साल गुड फ्राइडे की सभा नहीं हुई।
स्पेन में लगातार दूसरे साल कोई पारंपरिक जुलूस नहीं निकाला गया। गिरजाघरों में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी गई। कई गिरजाघरों ने ऑनलाइन सभा का आयोजन किया।
फिलीपीन में राजधानी मनीला और चार प्रांतों में धार्मिक सभाओं पर पाबंदी रही। सरकार ने कोविड-19 के मामले बढ़ने पर इस हफ्ते लॉकडाउन लगा दिया।
केन्या में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी के कारण सभी गिरजाघर बंद रहे।
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