लाइव न्यूज़ :

पीएम मोदी को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' से नवाजा गया, राष्ट्रपति अल-सीसी ने किया सम्मानित

By रुस्तम राणा | Updated: June 25, 2023 14:56 IST

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया।

Open in App

काहिरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीमिस्र के दौर पर हैं। वहां उन्हें रविवार को राजधानी काहिरा में मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से नवाजा गया है। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया। 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।

इससे पूर्व पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात की और दोनों ने काहिरा में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। पीएम मोदी ने रविवार को ही मिस्र के काहिरा में हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

पीएम मोदी ने यहां अल-हकीम मस्जिद का दौरा किया। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। यह 26 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मिस्र यात्रा है।

टॅग्स :नरेंद्र मोदीअब्देल फतह अल सीसीमिस्र
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका