Coronavirus Cases: पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे मामले, कुल केस 4000 के पार, मरने वाले की संख्या 54
By भाषा | Published: April 7, 2020 02:27 PM2020-04-07T14:27:09+5:302020-04-07T20:27:19+5:30
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर सुबह जारी आंकड़ों में बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के चार रोगियों की मृत्यु हो गयी। उसने कहा कि कोविड-19 के कुल 54 रोगियों की मृत्यु हो गयी। 429 रोगी सही हो चुके हैं वहीं 28 की हालत गंभीर है।
इस्लामाबादः पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 4000 के पार चली गई जहां 500 से अधिक मामले नये हैं। इस संक्रमण ने 54 लोगों की जान ले ली है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के चार रोगियों की मृत्यु हो गयी। उसने बताया कि संक्रमण के मामले बढ़कर 4004 हो गए हैं जबकि 54 लोगों की मौत हुई है। इस बीमारी से 429 लोग ठीक हो गए हैं जबकि 28 की हालत गंभीर है।
अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब में 2,004 , सिंध में 982, खैबर-पख्तूनख्वा में 500, गिलगित-बाल्टिस्तान में 211, बलूचिस्तान में 202, इस्लामाबाद में 83 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 18 मामले हैं। देश में अब तक 39,183 लोगों की जांच हो चुकी है जिनमें 3088 लोगों की जांच पिछले 24 घंटे में हुई है। सरकार ने आंशिक लॉकडाउन को 14 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है और लोगों से घरों में रहने को कहा है। साथ में उनसे सामाजिक दूरी को अपनाने को कहा।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रभावित गरीबों और कारोबारों की मदद के लिए 1200 अरब रूपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। इस बीच, समूचे पाकिस्तान में स्वास्थ्य कर्मी अस्पतालों में सुरक्षा उपकरणों की कमी की हफ्तों से शिकायत कर रहे हैं।
पुलिस ने सोमवार को बलूचिस्तान में सुरक्षा उपकरणों की कमी के खिलाफ प्रदर्शन करने के आरोप में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यासिर खान ने बताया 150 से अधिक डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया।
पाकिस्तान के बड़े शहरों में लॉकडाउन के चलते जल्दबाजी में बंद किये गये यहां के पशु बाजार में पिंजड़ों में बंद सैकड़ों बिल्लियां, कुत्ते और खरगोश मृत मिले हैं। कराची के एंप्रेस मार्केट में जिंदा बचे पशुओं को जरूर बचा लिया गया है। उसके लिए भी पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने अपील की थी।
एसीएफ एनिमल रेस्क्यू नामक संस्था चलाने वाली आयशा चुंदरीगर ने कहा कि दुकानों के बाहर से पशुओं की चीखने की आवाज सुनी जा सकती थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम अंदर पहुंचे तो उनमें से अधिकतर, करीब 70 प्रतिशत मर चुके थे।’’ लाहौर में भी पशुओं के साथ ऐसा ही हुआ।