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चीनी विदेश मंत्री ने अमेरिका को दी चेतावनी - 'रवैया नहीं बदला तो संघर्ष हो सकता है'

By भाषा | Updated: March 8, 2023 15:42 IST

चीन के विदेश मंत्री छिन कांग ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि वाशिंगटन की चीन नीति पूरी तरह दिशा से भटक चुकी है। अगर अमेरिका अपनी इस नीति पर रोक नहीं लगाता और गलत दिशा में तेजी से बढ़ना जारी रखता है तो संबंधों को पटरी से उतरने से कोई ताकत रोक नहीं सकती है और निश्चित तौर पर विवाद और संघर्ष होगा।

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ठळक मुद्देचीन के विदेश मंत्री छिन कांग ने अमेरिका को चेतावनी दी कहा- वाशिंगटन की चीन नीति पूरी तरह दिशा से भटक चुकी हैकहा- अमेरिका का रवैया नहीं बदला तो निश्चित तौर पर विवाद और संघर्ष होगा

नई दिल्ली: चीन के विदेश मंत्री छिन कांग ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर वह बीजिंग के साथ संबंधों को लेकर अपने रवैये को नहीं बदलता तो "विवाद और संघर्ष" की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। चीन का यह बयान ताइवान विवाद, कोविड-19 और यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई की पृष्ठभूमि में आया है।

कांग ने चीन की विधायिका की वार्षिक बैठक के दौरान मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वाशिंगटन की चीन नीति पूरी तरह दिशा से भटक चुकी है। पिछले साल पद ग्रहण करने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "अगर अमेरिका अपनी इस नीति पर रोक नहीं लगाता और गलत दिशा में तेजी से बढ़ना जारी रखता है तो संबंधों को पटरी से उतरने से कोई ताकत रोक नहीं सकती है और निश्चित तौर पर विवाद और संघर्ष होगा।"

कांग ने कहा, "इस तरह की प्रतिस्पर्धा बेपरवाह जुए की तरह है जिसमें दोनों देशों के लोगों के हित और यहां तक की मानवता का भविष्य दांव पर है।" गौरतलब है कि सोमवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आरोप लगाया था कि अमेरिका उनके देश के विकास को बाधित कर रहा है। 

बता दें कि चीन वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को अपने देश का हिस्सा मानता है। दूसरी तरफ ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। 73 साल से दोनों देशों के बीच इसी बात को लेकर टकराव चल रहा है। इस विवाद के बीट अमेरिका सैद्धांतिक रूप में तो वन चाइना पॉलिसी का समर्थन करता है लेकिन ताइवान को समर्थन और हथियार दोनों देता है। दोनों देशों के बीच  दक्षिण चीन सागर को लेकर भी विवाद है। अमेरिका का आरोप है कि चीन दक्षिण चीन सागर में अपना दबदबा बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनों पर ताक पर रख कर अवैध द्वीपों का निर्माण  कर रहा है। हालांकि चीन इसका खंडन करता है और अमेरिका पर उसके आंतरिक मामलों में दखल देने का आरोप लगाता है।

टॅग्स :चीनअमेरिकाTaiwanरूस-यूक्रेन विवाद
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