टोरेंटो: कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक मंदिर को फिर से निशाना बनाया गया है। यहां के नामी लक्ष्मी नारायण मंदिर के गेट पर पोस्टर चिपकाए गए है। ये पोस्टर शनिवार की रात को दो अज्ञात लोगों द्वारा लगाए गए है। घटना का फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है।
लगाए गए पोस्टर में हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर के साथ कुछ नारे और बयान भी लिखे गए है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कनाडा में किसी मंदिर को निशाना बनाया गया है। इससे पहले भी कई बार मंदिरों को टारगेट किया गया है। इससे पहले इस साल तीन ऐसी घटनाएं घटी है जहां मंदिरों को निशाना बनाया गया है।
क्या दिखा वीडियो में
वायरल हो रहे इस वीडियो में यह देखा गया है कि ब्रिटिश कोलंबिया के नामी लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर में दो अज्ञात लोग आते है और वहां एक पोस्टर चिपका कर जाते है। वे लोग अपने मुंह पर नकाब बांधे हुए थे और घटना का वीडियो भी बना रहे थे।
वे लोग गेट पर दो पोस्टर चिपका कर घटनास्थल से भाग जाते है। इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें रात के अंधेरे में इन लोगों को पोस्टर लगाते हुए देखा गया है। चिपकाए गए पोस्टर पर लिखा था कि "कनाडा को 18 जून की हत्या में भारत की भूमिका की जांच करनी चाहिए।" घटना के सामने आने के बाद इसकी जांच शुरू की गई है।
हरदीप सिंह निज्जर के समर्थन में लगाए गए पोस्टर
बता दें कि इसी साल 18 जून को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। वो कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब से जुड़े थे। उनकी हत्या गुरुद्वारे के परिसर में ही हुई थी। गौर करने वाली बात यह है कि निज्जर ने खालिस्तान के निर्माण की वकालत करने वाले अलगाववादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के नेता के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
ऐसे में खालिस्तनी ग्रुप का यह मानना है कि निज्जर के इस हत्या में भारत का हाथ है और इसी की मांग को लेकर प्रसिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर में पोस्टर चिपकाए गए है। इससे पहले भी कनाडा की मंदिरों को निशाना बनाया गया था। इस साल जनवरी में कनाडा के ब्रैम्पटन और अप्रैल में ओंटारियो के एक मंदिर को टारगेट किया गया था।