फेसबुक डाटा चुराकर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की आरोपी कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपने सीईओ के बर्खास्त कर दिया है। कैम्ब्रिज एनालिटिका पर अमेरिकी चुनाव के दौरान एक ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से यूजर्स का डाटा इकट्ठा करके उसे डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेनरों को उपलब्ध कराने का आरोप है। ब्रिटेन के चैनल 4 ने अपनी खोजी रिपोर्ट में दावा किया कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने करीब पाँच करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले इकट्ठा करके चुनाव प्रचार करने वाली कंपनियों को दिया था। इन कंपनियों ने इन डाटा का इस्तेमाल करके वोटरों को ललचाकर और फुसलाकर उनका मत प्रभावित करने की कोशिश की।
चैनल 4 के अंडरकवर रिपोर्टरों के सामने कंपनी के सीईओ एलेक्जेंडर निक्स और मैनेजिंग डायरेक्टर (सीए पोलिटिकल ग्लोबाल) मार्क टर्नबुल ने दावा किया कि वो पूरी दूनिया में सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। दोनों ने दावा किया कि उन्होंने भारत जैसे देश में भी सफलता हासिल की। चैनल 4 ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कंपनी के अधिकारियों ने दावा किया कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपनी पैरेंट कंपनी स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन लैब्रोटरीज (एससीएल) ने दुनिया भर में 200 से ज्यादा चुनावों के लिए काम किया है जिनमें नाइजीरिया, केन्या, चेक रिपब्लिक, इंडिया और अर्जेंटिना जैसे देश में हुए चुनाव शामिल हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भारत में एससीएल की साझीदार कंपनी ओवलेनो बिजनेस इंटेलीजेंस (ओबीआई) के क्लाइंट में बीजेपी, कांग्रेस और जनता दल(यू) के नाम हैं। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर इन राजनीतिक दलों को अपना राजनीतिक क्लाइंट बताया है। ओबीआई के मालिक अमरीश त्यागी हैं जो जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी के बेटे हैं। गाजियाबाद के पते पर पंजीकृत कंपनी स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन लैब्रोटरीज प्राइवेट लिमिटेड ने अपने त्यागी और निक्स दोनों को अपना डायरेक्टर बताया है।
वहीं मामला सामने आने के बाद ब्रिटेन की एक संसदीय समिति ने फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग सेउसके सामने पेश होने और चुनाव प्रचार के लिए करोड़ों लोगों का विवरण निकालने के दावों पर ब्योरा देने को कहा। डिजीटल, संस्कृति, मीडिया और खेल समिति पर हाउस ऑफ द कॉमंस के अध्यक्ष डेमियन कोलिंस ने जुकरबर्ग को एक पत्र लिख कर उनसे इस पर अपना बयान देने को कहा है। समिति द्वारा फर्जी खबरों की जारी जांच के तहत यह अनुरोध किया गया था। इसके तहत पिछले महीने इसके सदस्यों को फेसबुक और ट्विटर के अधिकारियों से पूछताछ के लिए वाशिंगटन की यात्रा करते देखा गया था।
इससे पहले यह आरोप लगाया गया था कि पांच करोड़ फेसबुक यूजर्स का ब्यौरा एक ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल के लिए निकाला था। कोलिंस ने लिखा है कि ब्रिटेन के गार्डियन और द न्यूयार्क टाइम्स में पिछले कुछ दिनों में खबरें प्रकाशित होने के बाद समिति आपसे अनुरोध करती है कि आप मौखिक बयान देने के लिए इसके समक्ष उपस्थित हों।