'वैगनर ग्रुप' को आतंकी संगठन घोषित करने वाला पहला देश बना ब्रिटेन, संसद में पास हुआ कानून
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 16, 2023 06:08 PM2023-09-16T18:08:30+5:302023-09-16T18:09:30+5:30
वैगनर ग्रुप खुद को निजी सैन्य कंपनी बताता है। ब्रिटेन की संसद के फैसले के बाद वैगनर समूह का हिस्सा होना या में समूह का सक्रिय रूप से समर्थन करना अब देश में एक अपराध है। ये फैसला तुरंत प्रभाव से लागू हो गया। इसमें 14 साल की संभावित जेल की सजा का प्रावधान है।
नई दिल्ली: ब्रिटेन ने भाड़े के सैनिकों के समूह 'वैगनर ग्रुप' को 'आतंकवादी संगठन' घोषित किया है। यूके होम ऑफिस ने एक आधिकारिक बयान में घोषणा करते हुए कहा कि बुधवार (6 सितंबर) को संसद में एक आदेश दिए जाने के बाद रूसी भाड़े के संगठन, वैगनर ग्रुप को शुक्रवार (15 सितंबर) को एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऐसा करने वाला ब्रिटेन पहला देश है।
ब्रिटेन की संसद के फैसले के बाद वैगनर समूह का हिस्सा होना या में समूह का सक्रिय रूप से समर्थन करना अब देश में एक अपराध है। ये फैसला तुरंत प्रभाव से लागू हो गया। इसमें 14 साल की संभावित जेल की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
क्या है वैगनर ग्रुप
बता दें कि वैगनर ग्रुप तब चर्चा में आया था जब रूस की सेना के साथ उसके लड़ाके यूक्रेन युद्ध में हिस्सा लेने गए थे। हजारों वैगनर सैनिकों ने रूस की ओर से यूक्रेन के विरुद्ध जंग में हिस्सा लिया। वैगनर ग्रुप खुद को निजी सैन्य कंपनी बताता है। 2014 में यह ग्रुप पहली बार चर्चा में आया था। वैगनर रूसी निजी सैन्य कंपनी है और यह सीरिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, लीबिया और यूक्रेन समेत कई देशों में है।
वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कभी रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन के करीबी लोगों में गिने जाते थे। लेकिन यूक्रेन से जारी जंग के बीच प्रिगोझिन ने विद्रोह कर दिया था। इसके कुछ समय बाद प्रिगोझिन की कथित तौर पर विमान हादसे में मौत हो गई।
येवगेनी प्रिगोझिन की मौत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि वैगनर ग्रुप का प्रमुख कौन होगा और इसके सैनिकों पर किसका नियंत्रण होगा। पिछले साल ही इसे कंपनी की तरह रजिस्टर किया गया और सेंट पीटर्सबर्ग में हेडक्वार्टर बनाया गया था। अब सबकी नजर भाड़े के सैनिकों वाले कंसेप्ट पर चलने वाले वैगनर ग्रुप के भविष्य पर है।