Bangladesh Liberation War 1971: 1971 में पाकिस्तानी सेना ने जुल्म ढाहे?, बांग्लादेश ने कहा-अत्याचारों के लिए माफी मांगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 17, 2025 22:36 IST2025-04-17T21:20:34+5:302025-04-17T22:36:04+5:30
Bangladesh Liberation War 1971: बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता में ‘‘अनसुलझे मुद्दे’’ उठाए, 1971 के अत्याचारों के लिए माफी की मांग की।

file photo
Bangladesh Liberation War 1971: बांग्लादेश ने ‘‘ऐतिहासिक रूप से अनसुलझे मुद्दों’’ को उठाया और 1971 के अत्याचारों के लिए पाकिस्तान से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की। बांग्लादेश ने यह मुद्दा बृहस्पतिवार को यहां 15 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता के दौरान उठाया। बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 1971 में स्वतंत्र होने से पहले की संयुक्त परिसंपत्तियों में से अपने हिस्से के रूप में 4.3 अरब अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने को भी कहा। बांग्लादेश के विदेश सचिव जशीम उद्दीन ने अपनी पाकिस्तानी समकक्ष आमना बलूच के साथ विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान के साथ ऐतिहासिक रूप से अनसुलझे मुद्दों को उठाया है।’’
बांग्लादेश ने यह मुद्दा ऐसे समय उठाया है जब पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार 27 को दो दिवसीय दौरे पर ढाका आ रहे हैं। उद्दीन ने संवाददाताओं से कहा कि जिन मुद्दों को उठाया गया है, उनमें ‘‘यहां फंसे हुए पाकिस्तानियों की वापसी, अविभाजित संपत्तियों का न्यायसंगत बंटवारा, 1970 के चक्रवात के पीड़ितों के लिए भेजी गई विदेशी सहायता राशि का हस्तांतरण और 1971 में तत्कालीन पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए नरसंहार के लिए औपचारिक रूप से सार्वजनिक माफी’’ शामिल है।
बांग्लादेश के विदेश सचिव ने कहा, ‘‘हमने कहा कि ऐतिहासिक रूप से अनसुलझे मुद्दों को सुलझाने का यह सही समय है।’’उन्होंने कहा कि आपसी लाभ और हितों के लिए ‘‘हमारे संबंधों की ठोस नींव’’ रखने के लिए इन मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है। जब पूछा गया कि बांग्लादेश द्वारा उठाए गए मुद्दों पर पाकिस्तानी पक्ष की क्या प्रतिक्रिया थी, तो उद्दीन ने कहा कि वे भविष्य में अनसुलझे मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ ‘‘संपर्क में बने रहना’’ चाहेंगे।
राज्य अतिथि गृह पद्मा में हुई वार्ता के बाद बलूच ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से अलग-अलग मुलाकात की। यह वार्ता पिछले वर्ष अगस्त में शेख हसीना को अपदस्थ किये जाने के बाद दोनों देशों के बीच आई नरमी के बीच हो रही है।
विदेश सचिव के अनुसार, बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 1970 के चक्रवात के बाद तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के पीड़ितों के लिए बकाया 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर का विदेशी दान वापस करने को कहा। बांग्लादेश के विदेश सचिव से यह पूछे जाने पर कि क्या राशि का उल्लेख करते समय पिछले दशकों में मुद्रा के अवमूल्यन को ध्यान में रखा गया था, तो उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को अभी एफओसी के दौरान रखा गया है तथा आगामी वार्ताओं के दौरान इसका ब्योरा सामने आने की उम्मीद है।
विदेश सचिव ने कहा कि एफओसी ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार की बांग्लादेश यात्रा के लिए 27 और 28 अप्रैल की तारीख तय की है। यह पूछे जाने पर कि क्या बांग्लादेश का अब झुकाव पाकिस्तान की ओर बढ़ रहा है जबकि पहले उसका झुकाव भारत की ओर था? उद्दीन ने कहा कि बांग्लादेश पाकिस्तान के साथ ‘‘पारस्परिक सम्मान’’ और ‘‘पारस्परिक लाभ’’ के आधार पर संबंध बनाने की मंशा रखता है और यह किसी विशेष देश की ओर झुकाव का मुद्दा नहीं है।