बीते अगस्त में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिका समर्थित बलों की पूर्ण वापसी की घोषणा से मची अफरा-तफरी के दौरान काबुल हवाईअड्डे पर तारों पर से जिस दो महीने के बच्चे को अमेरिकी सैनिकों को सौंपा गया था, वह लापता हो गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी सरकार ने माना है कि वह नवजात सोहैल अहमदी की गुमशुदगी का पता लगाने का प्रयास कर रही. विदेश विभाग ने कहा है कि वह बच्चे का पता लगाने के लिए हर जगह तलाश कर रही है.
बच्चे के पिता और अमेरिकी दूतावास के पूर्व गार्ड मिर्जा अली अहमदी, उनकी पत्नी और दंपति के चार बच्चे दो महीने के सोहैल को अमेरिकी सैनिकों को सौंपने के तुरंत बाद काबुल हवाईअड्डे में प्रवेश किए थे लेकिन वे बच्चे का पता लगाने में नाकाम रहे.
उसके बाद पूरा परिवार कतर गया और वहां से टेक्सास के फोर्ट ब्लिस पहुंचा.
हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि अन्य सभी बच्चे जिन्हें तारों पर से सैनिकों को सौंपा गया था, उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है.
हवाईअड्डे पर तारों की घेराबंदी से माता-पिता द्वारा नवजात बच्चों को अमेरिकी सैनिकों को सौंपे जाने की तस्वीरें बड़े पैमान के शेयर की गई थीं और इसे एक त्रासदी माना गया था.
बच्चे की गुमशुदगी ने अमेरिका पर एक और धब्बा लगा दिया है. इससे पहले सितंबर में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने माना था कि 29 अगस्त को हुए संदिग्ध आईएस हमले में मरने वाले 10 अफगान नागरिकों में एक अमेरिकी गैरलाभकारी कर्मचारी और कम से कम सात बच्चे शामिल थे.