कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा कंपनी ‘मेडिबैंक’ ने बुधवार को कहा कि एक साइबर अपराधी ने उसके सभी 40 लाख ग्राहकों का निजी डेटा हैक कर लिया है। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार ऐसा कानून लेकर आई है जिसके तहत उन कंपनियों पर अब अधिक जुर्माना लगेगा जो अपने ग्राहकों की निजी जानकारियों की रक्षा नहीं कर पाएंगी।
मेडिबैंक ने कहा कि बड़ी संख्या में स्वास्थ्य दावों के आंकड़ों तक भी अपराधी की पहुंच बन गई थी। इस बारे में पुलिस को हफ्तेभर पहले जानकारी दी गई थी और तब कंपनी के शेयरों के लेनदेन पर रोक लगा दी गई थी।
हैकर ने कंपनी से पैसे की मांग की है
पुलिस को जानकारी दी गई थी कि एक ‘अपराधी’ ने कंपनी से संपर्क कर उपभोक्ताओं के चोरी किए गए निजी आंकड़ों को जारी करने के ऐवज में पैसों की मांग की है और हाई-प्रोफाइल ग्राहकों के रोगों और उपचारों की जानकारी सार्वजनिक करने की कथित धमकी दी है। कंपनी ने पहले कहा था कि यह सेंधमारी उसकी अनुषंगी एएचएम तथा विदेशी छात्रों तक सीमित है।
मुख्य कार्यकारी ने ग्राहकों से माफी मांगी है
मेडिबैंक के मुख्य कार्यकारी डेविड कोजकार ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी जांच में अब पता चला है कि इस अपराधी ने हमारे सभी निजी स्वास्थ्य बीमा ग्राहकों के व्यक्तिगत आंकड़ों और बड़ी संख्या में स्वास्थ्य दावों संबंधी डेटा तक सेंध लगा दी थी।’’ ऐसे में उन्होंने इसके लिए ग्राहकों से माफी भी मांगी है।
कुछ दिन पहले टाटा पावर पर भी हमला हुआ था
इससे पहले टाटा पावर पर भी साइबर हमला हुआ था। इस हमले पर बोलते हुए टाटा पावर ने कहा कि इससे उसका सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) बुनियादी ढांचा प्रभावित हुआ था और उसकी प्रणालियों पर असर पड़ा था।
हमले से टाटा पावर के कुछ सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली हुए है प्रभावित
टाटा पावर कंपनी लि. ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी के आईटी बुनियादी ढांचे पर साइबर हमला हुआ है। इससे उसकी कुछ सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली प्रभावित हुई है। उसने कहा कि कंपनी ने प्रणालियों को दुरुस्त और बहाल करने के लिये कदम उठाया है।
कंपनी के अनुसार परिचालन से संबंधित सभी महत्वपूर्ण प्रणाली काम कर रही है। हालांकि एहतियात के तौर पर कर्मचारी और ग्राहक से जुड़े पोर्टल और ‘टच प्वांइट’ के लिये सतर्कता बरती जा रही है।