वॉशिंगटन:अमेरिका में पुलिस की बर्बरता की तस्वीरें एक बार फिर सामने आई है। पुलिस द्वारा एक अश्वेत युवक को पीटने का वीडियो सुर्खियों में बना हुआ है। पुलिस द्वारा युवक की बेरहमी से पिटाई के कारण पीड़ित की मौत हो गई, जिसके बाद पूरे शहर में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना का संज्ञान लेते हुए खुद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कड़ी निंदा करते हुए दुख जताया है।
घटना 7 जनवरी को मेम्फिस में हुई है। जहां देर रात मेम्फिस पुलिस ने 29 वर्षीय एक युवक की कार रोकी। युवक को कार से बाहर निकाल कर पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पांच पुलिस अधिकारी मिलकर एक युवक को इतना मार रहे हैं कि वह अधमरा हो गया। इस दौरान शख्स पुलिस ने रहम की भीख मांगता रहा। पीड़ित मां, मां, मां कहकर चिल्लाता रहा लेकिन पुलिसवाले रूके नहीं। घटना के बाद पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, बुरी तरह से जख्मी शख्स की घटना के तीन दिन बाद ही मौत हो गई।
राष्ट्रपति बाइडेन ने जताया दुख
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 29 वर्षीय टायर निकोल्स की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इस संबंध में ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि इस घटना से बेहद दुखी हूं। टायर निकोल्स की मौत से आज पूरा देश दुखी है। मृतक के परिवार के प्रति मेरी पूरी संवेदना है।
पांच पुलिसवालों पर आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 7 जनवरी को ट्रैपिक रुकने के बाद पुलिसवालों ने गाड़ी चला रहे टायर निकोल्स को रोका और उसकी जांच करने के लिए उसे कार से बाहर निकाला। आरोप है कि निकोल्स ने कुछ नहीं किया था लेकिन फिर भी पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उस पर लात-घूंसों की बरसात कर दी। इस दौरान दो पुलिसवालों ने पीड़ित को पकड़ा हुआ था और बाकी पुलिसवाले उसे मार रहे हैं।
इस घटना के सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो साझा किए गए हैं। जिसमें पुलिस की बर्बरता साफ दिखाई दे रही है। पुलिस की मार से गंभीर रूप से घायल युवक को जब अस्पताल ले जाया गया तो इलाज के दौरान 10 जनवरी को उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे शहर में पुलिस की कार्रवाई का लोग विरोध कर रहे हैं।
आरोपी पुलिसवाले की जांच जारी
जानकारी के मुताबिक, इस वारदात में शामिल आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई की गई है। पांचों पुलिसवालों पर नियमों का उल्लघंन करने के आरोप में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच तक अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है वहीं, निष्पक्षता से जांच जारी है। बता दें कि पहली बार नहीं है जब यूएस की पुलिस ने आम नागरिक को मारा न हो। इससे पहले भी ऐसी घटना सामने आ चुकी है, जिसमें पुलिस की मार के कारण शख्स की मौत हो गई।