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चीन को टक्कर देने के लिए अमेरिका ने तैनात की सबसे खतरनाक मिसाइल AIM-17B, जानिए इसकी ताकत

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 26, 2024 17:42 IST

US New Missile AIM-174B: अमेरिकी नौसेना के F-18 सुपर हॉर्नेट पर AIM-174B मिसाइल की तैनाती देखी गई है। इस मिसाइल की रेंज 400 किमी है। AIM-174B मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रेथियॉन SM-6 का नौसेनिक वर्जन है।

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ठळक मुद्देअमेरिकी नौसेना के F-18 सुपर हॉर्नेट पर AIM-174B मिसाइल की तैनाती देखी गई हैAIM-174B को पहली बार रिम ऑफ द पैसिफिक (RIMPAC) अभ्यास के दौरान देखा गया था AIM-174 का वजन लगभग 850 किलोग्राम है

US New Missile AIM-174B: अमेरिका और चीन के बीच चल रही तनातनी और एक दूसरे पर भारी पड़ने की होड़ कोई नई बात नहीं रही। यूएस-चीन 'शीत युद्ध' को शुरू हुए अब काफी समय हो गया है। इस बीच चीन ने समंदर में अपनी ताकत में खूब इजाफा किया है। विशेषज्ञ ये भी मानते हैं कि अपने क्षेत्र में चीन की ताकत अमेरिका से ज्यादा है। अमेरिका भी चीन की बढ़ती सैन्य ताकत से चिंतित रहता है, खास कर समुद्र में। अब हाल ही में अमेरिका ने एक ऐसा कदम उठाया है जो  इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति संतुलन की पलड़ा अमेरिका के पक्ष में झुका सकता है।

दरअसल अमेरिका ने अपने युद्धपोतों पर नई लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल तैनात की है। अमेरिकी नौसेना के F-18 सुपर हॉर्नेट पर AIM-174B मिसाइल की तैनाती देखी गई है। इस मिसाइल की रेंज  400 किमी है। AIM-174B मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रेथियॉन SM-6 का नौसेनिक वर्जन है। 

AIM-174B को पहली बार रिम ऑफ द पैसिफिक (RIMPAC) अभ्यास के दौरान देखा गया था। यह 26 देशों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास था।  अब इस मिसाइल को सुपर हॉर्नेट में लगाया गया है। 

AIM-17B के बारे में सब कुछ जानिए

एयर इंटरसेप्टर मिसाइल (एआईएम)-174बी, एसएम-6 मिसाइल का हवा से हवा में मार करने वाला संस्करण है।  AIM-174 का वजन लगभग 850 किलोग्राम है। इसे चीनी मिसाइल PL-15, PL-17 की काट के रूप में विकसित किया गया है। दरअसल चीन की PLA नौसेना ने कथित तौर पर 400 किमी की रेंज वाली PL-15, PL-17 मिसाइल का उन्नत संस्करण तैनात किया है। 

अमेरिका और चीन बड़े पैमाने पर नई पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमानों का निर्माण कर रहे हैं जो दुश्मन के राडार से बचकर उनके क्षेत्र में घुसकर हमला कर सकते हैं। लेकिन फिर भी दोनों देशों को लंबी दूरी की मिसाइलों से हमले का डर है। चीन ने लंबी दूरी की मिसाइल पीएल-15 विकसित की है, जिसे जे-20 पर तैनात किया जा सकता है।  हाल ही में, PL-17 को इसके J-16 चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान पर तैनात किया गया था। चीन के इस कदम से अमेरिका ने खुद को पीछे महसूस किया।  PL-15, PL-17 के दम से चीन अमेरिकी लड़ाकू विमानों को काफी दूर से निशाना बना सकता है। जबकि अमेरिकी विमानों को अपनी मिसाइलों को दागने के लिए खतरनाक तरीके से चीन के क्षेत्र में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता। 

इसी को ध्यान में रखते हुए AIM-174B को तुरंत विकसित किया गया। अब, अमेरिकी लड़ाकू विमान लक्ष्य के करीब उड़ान भरने के खतरे से बचते हुए, लंबी दूरी से चीनी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं। 

हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के मामले में भारत कहां है

भारत ने दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली एस्ट्रा एमके1 मिसाइल विकसित की है जो  Su-30MKI फाइटर जेट पर लगाई गई है। एस्ट्रा एमके1 की गति मैक 4.5 है और रेंज 100 किलोमीटर है। एस्ट्रा एमके2 और एमके3 का परीक्षण चल रहा है लेकिन वे अमेरिका और चीन से काफी पीछे हैं। एस्ट्रा एमके1 Su-30MKI पर परिचालित है, इसलिए वर्तमान में केवल IAF ही मिसाइल का संचालन करता है लेकिन बाद में इसे अन्य विमानों के लिए भी विकसित किया जाएगा। भारत रूसी नोवेटर KS-172 और फ्रांसीसी MICA हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल का भी संचालन करता है।

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